Edited By Nitika, Updated: 16 Oct, 2020 01:11 PM
बिहार का नालंदा विधानसभा सीट (Nalanda Assembly Seat) नालंदा लोकसभा के तहत आता है। 1977 में नालंदा विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। 1977 में नालंदा सीट से कांग्रेस कैंडिडेट श्याम सुंदर प्रसाद ने जीत हासिल की थी।
नालंदाः बिहार का नालंदा विधानसभा सीट (Nalanda Assembly Seat) नालंदा लोकसभा के तहत आता है। 1977 में नालंदा विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। 1977 में नालंदा सीट से कांग्रेस कैंडिडेट श्याम सुंदर प्रसाद ने जीत हासिल की थी। वहीं 1980 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में निर्दलीय कैंडिडेट राम नरेश सिंह ने विरोधियों को मात दे दिया था।
1985 में नालंदा विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेस (Congress) कैंडिडेट श्याम सुंदर सिंह ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 1990 के चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट राम नरेश सिंह ने फिर से जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। वहीं 1995 और 2000 में समता पार्टी की टिकट पर श्रवण कुमार ने नालंदा विधानसभा सीट पर जीत हासिल किया था। श्रवण कुमार की गिनती मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेताओं में होती है। इसलिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) के गठन के बावजूद उन्हें ही नालंदा सीट पर टिकट मिलता रहा। 2005, 2010 और 2015 में भी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के कैंडिडेट के तौर पर श्रवण कुमार ने लगातार नालंदा में जीत हासिल की। एक तरह से देखा जाए तो 2 दशक से नालंदा की सीट पर श्रवण कुमार ने अपना वर्चस्व बरकरार रखा है। नीतीश कुमार के गृह जिला होने की वजह से भी नालंदा में श्रवण कुमार को लोगों ने बार बार अपना समर्थन दिया है।
विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में नालंदा सीट से जेडीयू (JDU) की टिकट पर श्रवण कुमार ने जीत हासिल की थी। श्रवण कुमार ने चुनाव में 72 हजार 596 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट कौशलेंद्र कुमार को 69 हजार 600 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से श्रवण कुमार ने कौशलेंद्र कुमार को 2 हजार 996 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं नोटा पर 6 हजार 531 लोगों ने अपना मत दिया था।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में नालंदा से जेडीयू (JDU) की टिकट पर श्रवण कुमार ने जीत हासिल की थी। श्रवण कुमार ने चुनाव में 58 हजार 67 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट अरूण कुमार ने 37 हजार 30 वोट हासिल किया था। इस तरह से श्रवण कुमार ने अरूण कुमार को 21 हजार 37 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट जगदीश प्रसाद, 7 हजार 433 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में नालंदा सीट से जेडीयू (JDU) की टिकट पर श्रवण कुमार ने जीत हासिल की थी। श्रवण कुमार ने चुनाव में 37 हजार 806 वोट हासिल किया था। वहीं एआईएफबी कैंडिडेट राम नरेश सिंह को 33 हजार 756 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से श्रवण कुमार ने राम नरेश सिंह को 4 हजार 50 वोट से हरा दिया था। वहीं बीएसपी (BSP) कैंडिडेट विजय कुमार, 2 हजार 312 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। साथ ही कई दलों के गठबंधन भी अपनी ताकत दिखाएंगे, लेकिन जेडीयू के परंपरागत गढ़ नालंदा में आरजेडी का सेंध लगाना बेहद मुश्किल लगता है।