Edited By Swati Sharma, Updated: 06 Feb, 2024 11:45 AM

बिहार में सियासी बदलाव के बीच कांग्रेस विधायकों के साथ तेलंगाना जाने से इनकार करने वाले पार्टी विधायक सिद्धार्थ सौरव ने सोमवार को दावा किया कि उन्हें भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से कोई पेशकश नहीं की गई है।
पटनाः बिहार में सियासी बदलाव के बीच कांग्रेस विधायकों के साथ तेलंगाना जाने से इनकार करने वाले पार्टी विधायक सिद्धार्थ सौरव ने सोमवार को दावा किया कि उन्हें भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से कोई पेशकश नहीं की गई है।
"हम पूरी मजबूती से कांग्रेस के साथ"
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘महागठबंधन' से अलग होकर राजग के साथ सरकार बनाने के चलते विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त से बचने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को तेलंगाना भेजने का फैसला किया था। सौरव ने दावा किया कि वह पूरी मजबूती से कांग्रेस के साथ हैं और ‘‘अपने निर्वाचन क्षेत्र में व्यस्तताओं के कारण'' उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ दिल्ली में बैठक और हैदराबाद की यात्रा के लिए पार्टी विधायकों के साथ नहीं जाने का फैसला किया। सौरव ने दावा किया, ‘‘यह शादी का मौसम है और इस दौरान सभी जनप्रतिनिधि अपने निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद रहना और जरूरतमंद लोगों की मदद करना पसंद करते हैं। दिल्ली में बैठक के लिए फोन आने पर मैंने पार्टी नेतृत्व को अपना निर्णय बता दिया था और वे इससे सहमत थे।''
"कांग्रेस विधायकों का राजग में जाने का कोई सवाल ही नहीं"
बिक्रम विधानसभा क्षेत्र से विधायक ने कहा कि उनके या बिहार में किसी अन्य कांग्रेस विधायक के राजग में जाने का कोई सवाल ही नहीं है। सौरव ने कहा, ‘‘भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) ने मिलकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। इसके अलावा, उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी के चार विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। उन्हें विपक्षी खेमे से विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने की जरूरत नहीं है।''