Edited By Ramanjot, Updated: 01 Jun, 2025 02:26 PM

रिया कुमारी 15 मई को लापता हुई थी और 20 मई को उसकी हत्या कर दी गई थी। जांच में के बाद पुलिस ने रिया के प्रेमी आशिक कुमार सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आशिक, जो पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं, ने रिया की बेरहमी...
Crime News: बिहार की नवादा पुलिस (Nawada Police) ने खौफनाक हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने 16 वर्षीय रिया की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए प्रेमी आशिक कुमार सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान मुख्य संदिग्ध के रूप में की गई थी। दरअसल, रिया का शव कर्नाटक के बेंगलुरु में चंदपुरा रेलवे स्टेशन के पास एक नीले रंग के ट्रॉली बैग में भरा हुआ मिला था।
15 मई को लापता हुई थी रिया कुमारी
बता दें कि रिया कुमारी 15 मई को लापता हुई थी और 20 मई को उसकी हत्या कर दी गई थी। जांच में के बाद पुलिस ने रिया के प्रेमी आशिक कुमार सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आशिक, जो पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं, ने रिया की बेरहमी से हत्या की और फिर छह अन्य लोगों की मदद से अपराध को छिपाने के लिए उसके शव को ठिकाने लगा दिया। हिसुआ पुलिस स्टेशन के प्रभारी अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक समन्वित अभियान के बाद गिरफ्तारियां की गईं।
रिया द्वारा आत्महत्या करने का झूठा दावा
खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने हिसुआ थाना क्षेत्र के राहुल नगर गांव को घेर लिया और सभी सातों आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार, हत्या 20 मई को हुई, जब रिया के चाचा-चाची काम पर गए हुए थे। पूछताछ के दौरान, आशिक ने रिया को जमीन पर पटककर, उसकी छाती पर बैठकर और उसका गला घोंटकर हत्या करने की बात कबूल की। आशिक ने उसका सिर भी जमीन पर पटक दिया, जिससे उसकी गर्दन टूट गई और उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद, आशिक ने अपने दोस्तों को कमरे में बुलाया और झूठा दावा किया कि रिया ने आत्महत्या कर ली है। उसने उन्हें सहयोग करने की धमकी दी।
चाचा ने दी थी शव छिपाने की सलाह
आशिक के चाचा ने शव को छिपाने की सलाह दी और अधिकारियों को गुमराह करने के लिए, उन्होंने घर के अंदर से खिड़की का शीशा तोड़ दिया ताकि ऐसा लगे कि किसी ने बाहर से शव को देखा है। फिर उन्होंने रिया के शव को नीले रंग के ट्रॉली बैग में पैक किया, एक कैब बुक की और चंदपुरा रेलवे स्टेशन के पास एक सुनसान इलाके में ले गए। हालांकि ड्राइवर को शक हुआ, लेकिन उसे रिश्वत देकर भेज दिया गया। शव को रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया गया और अगली सुबह सूर्य नगर पुलिस ने उसे बरामद किया। वायरल सोशल मीडिया पोस्ट और समाचार कवरेज के माध्यम से ही रिया के परिवार ने उसकी पहचान की।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में आशिक कुमार, उसके चाचा मुकेश कुमार, चाची इंदु देवी और साथी राजाराम रविदास (रंजीत रविदास का बेटा), राजू कुमार (प्यारेचंद रविदास का बेटा), कालू रविदास (सुनील रविदास का बेटा) और मोहन कुमार शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को सूर्य नगर पुलिस के इंस्पेक्टर संजीव महाजन को सौंप दिया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए जांच जारी है कि इसमें शामिल सभी लोगों को कानून की पूरी ताकत का सामना करना पड़े।