Edited By Ramanjot, Updated: 09 Aug, 2022 02:02 PM

सूत्रों के अनुसार, बिहार में पांच साल के बाद फिर से पाला बदलकर राजद के साथ नई सरकार बनाने की जुगत में लगे नीतीश कुमार के सामने राजद ने गृह विभाग अपने पास रखने की शर्त रखी है। नीतीश कुमार वर्ष 2005 में जब से बिहार के मुख्यमंत्री बने तब से गृह विभाग...
पटनाः बिहार के गृह विभाग में दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं करने के कारण 2017 में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से दोबारा गठजोड़ करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर इसी पुलिस महकमे को लेकर दुविधा में पड़ गए हैं।
2017 में भी इसी कारण RJD से तोड़ा था नाता
सूत्रों के अनुसार, बिहार में पांच साल के बाद फिर से पाला बदलकर राजद के साथ नई सरकार बनाने की जुगत में लगे नीतीश कुमार के सामने राजद ने गृह विभाग अपने पास रखने की शर्त रखी है। नीतीश कुमार वर्ष 2005 में जब से बिहार के मुख्यमंत्री बने तब से गृह विभाग उनके पास ही रहा है लेकिन इस बार राजद यह विभाग अपने पास रखना चाहता है। राजद की इस शर्त से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दुविधा में पड़ गए हैं। दरअसल 2017 में जब नीतीश कुमार ने राजद से नाता तोड़ा था तब इसका एक बड़ा कारण यह भी था कि उस समय राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने गृह विभाग में दखलअंदाजी शुरू कर दी थी, जिसे नीतीश कुमार बर्दाश्त नहीं कर सके थे। उस समय राजद प्रमुख ने सार्वजनिक तौर पर पुलिस से संबंधित मामलों पर उनसे संपर्क करने की बात कही थी।
गृह विभाग छोड़ने को तैयार नहीं नीतीश
सूत्रों के अनुसार, राजद मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार को स्वीकार करने को तैयार तो हो गया है लेकिन वह गृह विभाग छोड़ने को तैयार नहीं है। उधर नीतीश कुमार बिहार में 15 वर्ष के लालू-राबड़ी शासनकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति से वाकिफ हैं और उन्हें लगता है कि राज्य की जनता ने उन्हें कानून व्यवस्था के नाम पर ही अपना समर्थन दिया है, यदि इसमें किसी भी तरह की कमी या कोताही हुई तो उनका राजनीतिक आधार खत्म हो जाएगा। इस बीच कांग्रेस इन दोनों दलों (राजद और जदयू) के बीच फंसे इस पेंच को सुलझाने में लगी है।