Edited By Ramanjot, Updated: 27 Sep, 2022 03:07 PM

पटना के सचिवालय स्थित नवलखा मंदिर के पुजारी बाबा नागेश्वर अपने सीने पर 21 कलश स्थापित किए हुए हैं। बाबा नागेश्वर 9 दिन बिना खाए पिए निर्जला और बिना नित्यक्रिया किए उपवास रखते हैं। बाबा का यह सिलसिला 26 सालों से हर नवरात्रि लगातार जारी है।
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार सहित पूरे देश में शारदीय नवरात्र की धूम है। जगह-जगह मां दुर्गा के पंडाल बनाए जा रहे हैं। भक्त अपने-अपने स्तर से जगत जननी की आराधना कर रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में एक ऐसे भक्त हैं जो सभी भक्तों से अलग हैं। वो 26 सालों से हर नवरात्रि में अपने सीने पर पीतल के 21 कलश स्थापित कर मां शेरावाली की आराधना में लगे हुए हैं।

9 दिन बिना खाए पिए रखतें है निर्जला उपवास
पटना के सचिवालय स्थित नवलखा मंदिर के पुजारी बाबा नागेश्वर अपने सीने पर 21 कलश स्थापित किए हुए हैं। बाबा नागेश्वर 9 दिन बिना खाए पिए निर्जला और बिना नित्यक्रिया किए उपवास रखते हैं। बाबा का यह सिलसिला 26 सालों से हर नवरात्रि लगातार जारी है। पंजाब केसरी से बातचीत में बाबा नागेश्वर कहते है कि 36 वर्ष की उम्र से सीने पर कलश रखकर आराधना कर रहे हैं। उन्होंने एक कलश से अपने साधना की शुरूआत की थी। बाद में कलशों की संख्या बढ़ती गई। साथ ही उन्होंने कहा कि मानव समाज और धरती पर मौजूद हर प्राणियों के कल्याण के लिए लिए वह यह तपस्या करते हैं।

बाबा नागेश्वर के इस तप साधना से हर कोई हतप्रभ
पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान मंदिर के व्यवस्थापक विजय यादव बताते हैं कि नागेश्वर बाबा की आस्था है। इसी आस्था से उन्हें शक्ति मिली है। इसी आस्था के कारण आज बिहार के कोने कोने से श्रद्धालु इस मंदिर में मत्था टेकने आते हैं। बाबा नागेश्वर के इस तप साधना से हर कोई हतप्रभ है। सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु रोज नवलखा मंदिर पहुंच कर मां शेरोवाली से आशीर्वाद ले रहे हैं।