Edited By Nitika, Updated: 05 Dec, 2022 06:15 PM

बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है। यहां पर 6 बजे तक कुल 57.90 प्रतिशत मतदान हुआ है। कुढ़नी सीट मुजफ्फरपुर जिले के अंतर्गत आती है। इस उपचुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का भारतीय...
मुजफ्फरपुरः बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है। यहां पर 6 बजे तक कुल 57.90 प्रतिशत मतदान हुआ है। कुढ़नी सीट मुजफ्फरपुर जिले के अंतर्गत आती है। इस उपचुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सीधा मुकाबला है। वहीं चुनाव परिणाम 8 दिसंबर को घोषित होंगे।

कुढ़नी सीट के इस उपचुनाव में कुल मिलाकर 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 5 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जिनके भाग्य का फैसला 311003 मतदाता सोमवार को अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर करेंगे। राजद के स्थानीय विधायक अनिल सहनी की अयोग्यता के बाद इस सीट पर उपचुनाव करवाया जा रहा है। सहनी को धोखाधड़ी के एक मामले में सीबीआई की जांच में दोषी ठहराया गया था, और तीन साल के जेल की सजा सुनाई गई थी। इस उपचुनाव में मुख्य रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और विपक्षी दल भाजपा करीब चार महीने पहले एक-दूसरे से अलग होने के बाद पहली बार आमने-सामने हैं।

बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राजद ने यह सीट अपनी सहयोगी जदयू के लिए छोड़ दी थी । राजद के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी सहयोगी पार्टी के पक्ष में चार रैलियां की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच साझा किया। इस सीट पर मुख्य रूप से मुकाबला जदयू के मनोज सिंह कुशवाहा और भाजपा के केदार गुप्ता के बीच है। 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के गुप्ता को राजद के अनिल कुमार सहनी से 700 से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट से दो छोटे दलों विकास इंसान पार्टी (वीआईपी) और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी भाजपा और जदयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं।

वीआईपी ने जहां नीलाभ कुमार को मैदान में उतारा है, वहीं एआईएमआईएम ने ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के पूर्व सदस्य मोहम्मद गुलाम मुर्तजा पर भरोसा जताया है। मछुवारा समाज के अपने पक्ष में होने का दावा करने वाली वीआईपी ने कुढनी में हालांकि एक उच्च जाति भूमिहार समुदाय से आने वाले नीलाभ कुमार को चुनावी मैदान में उतारकर एक स्पष्ट संकेत देने की कोशिश की है कि वह भाजपा को परेशान करना चाहती है।