Edited By Ramanjot, Updated: 02 Jun, 2025 05:35 PM
1980 में बरूराज सीट (Baruraj Assembly Seat) से कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट यमुना सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1985 में बरूराज सीट से शशि कुमार राय ने लोकदल की टिकट पर बरूराज में जीत हासिल किया था। वहीं 1990 और 1995 के चुनाव में शशि...
Baruraj Assembly Seat: बरूराज विधानसभा सीट वैशाली लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही बरूराज सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में इस सीट (Baruraj Assembly Seat) पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट रामचंद्र प्रसाद शाही ने जीत हासिल की थी। वहीं 1957 और 1962 में हुए चुनाव में बरूराज सीट से लगातार दो बार कांग्रेसी कैंडिडेट रामचंद्र प्रसाद शाही ने जीत हासिल की थी।1967 में यहां हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट एस गिरी ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1969 में एक बार फिर कांग्रेस की टिकट पर रामचंद्र प्रसाद शाही ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 1972 में बरूराज से एसओपी के टिकट पर जमुना सिंह ने जीत हासिल की थी तो 1977 में यहां से सीपीआई के कैंडिडेट बालेंद्र प्रसाद सिंह ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।

1980 में बरूराज सीट (Baruraj Assembly Seat) से कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट यमुना सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1985 में बरूराज सीट से शशि कुमार राय ने लोकदल की टिकट पर बरूराज में जीत हासिल किया था। वहीं 1990 और 1995 के चुनाव में शशि कुमार राय ने जनता दल की टिकट पर विरोधियों के पांव बरूराज में नहीं टिकने दिया। 2000 और 2005 में बरूराज सीट पर जेडीयू की टिकट पर शशि कुमार राय ने लगातार दो बार जीत हासिल किया था लेकिन 2010 के चुनाव में बरूराज सीट से बृजकिशोर सिंह ने विधानसभा चुनाव में विरोधियों को हराने में कामयाबी हासिल की थी। 2015 के चुनाव में आरजेडी कैंडिडेट नंद कुमार राय ने जीत हासिल की थी। 2020 के चुनाव में बीजेपी की टिकट पर अरुण कुमार सिंह ने यहां से बाजी को पलट दिया था।
एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में बरूराज सीट (Baruraj Assembly Seat) से बीजेपी उम्मीदवार अरुण कुमार सिंह ने जीत का परचम लहराया था। अरुण कुमार सिंह को 87 हजार चार सौ सात वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट नंद कुमार राय 43 हजार सात सौ 53 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से अरुण कुमार सिंह ने नंद कुमार राय को 43 हजार छह सौ 54 वोट के विशाल मार्जिन से मात दे दिया था। वहीं 22 हजार छह सौ 50 वोट लाकर बीएसपी उम्मीदवार हीरालाल तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में बरूराज सीट (Baruraj Assembly Seat) से आरजेडी कैंडिडेट नंद कुमार राय ने जीत हासिल की थी। नंद कुमार राय ने चुनाव में 68 हजार 11 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी कैंडिडेट अरुण कुमार सिंह को 63 हजार एक सौ दो वोट ही मिल पाया था। इस तरह से नंद कुमार राय ने अरुण कुमार सिंह को 4 हजार नौ सौ नौ वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं 6 हजार दो सौ आठ वोट के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा था।

एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में बरूराज सीट (Baruraj Assembly Seat) से आरजेडी कैंडिडेट ब्रजकिशोर सिंह ने जीत हासिल की थी। ब्रजकिशोर सिंह ने चुनाव में 42 हजार सात सौ 83 वोट हासिल किया था। वहीं जेडीयू कैंडिडेट नंदकिशोर राय 28 हजार चार सौ 66 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से ब्रजकिशोर सिंह ने नंदकिशोर राय को 14 हजार तीन सौ 17 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट बलदेव महतो, 14 हजार दो सौ 74 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में बरूराज सीट (Baruraj Assembly Seat) से जेडीयू की टिकट पर शशि कुमार राय ने जीत हासिल की थी। शशि कुमार राय को 32 हजार नौ सौ 92 वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट बृजकिशोर सिंह को 30 हजार 18 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से शशि कुमार राय ने बृजकिशोर सिंह को 2 हजार नौ सौ 74 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट बालदेव महतो, 15 हजार चार सौ 31 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

बरुराज विधानसभा सीट (Baruraj Assembly Seat) पर मुस्लिम, राजपूत, भूमिहार और रविदास मतदाता निर्णायक साबित होते हैं। हालांकि, यहां ब्राह्मण, कोइरी और कुर्मी वोटरों की संख्या भी यहां अच्छी है। इसलिए सामाजिक आधार को देखते हुए बरूराज सीट पर बीजेपी की स्थिति मजबूत लग रही है।