Edited By Swati Sharma, Updated: 13 Aug, 2023 12:47 PM

आपराधिक मामलों में बेहतर अनुसंधान के लिए बिहार पुलिस के 4 अधिकारियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक 2023 से सम्मानित किया गया है। इन चार अधिकारियों के नाम इस प्रकार से हैं
पटनाः आपराधिक मामलों में बेहतर अनुसंधान के लिए बिहार पुलिस के 4 अधिकारियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक 2023 से सम्मानित किया गया है। इन चार अधिकारियों के नाम इस प्रकार से हैंः-
1.जयंत कात (तत्कालीन वरीय पुलिस अधीक्षक मुजपफरपुर वर्तमान पुलिस उप-महानिरीक्षक चम्पारण क्षेत्र बेतिया)
2. संतोष कुमार (तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शिवहर वर्तमान पुलिस अधीक्षक विशेष कार्य बल)
3. कार्तिकय शर्मा (पुलिस अधीक्षक शेखपुरा)
4. राकेश कुमार (तत्कालीन अनु०पु०पदा० शिवहर वर्तमान अनु०पु०पदा० खड़गपुर मुंगेर)

जयंतकांत ने साइबर क्राइम के बड़े मामले का किया था उद्भेदन
मुजफ्फरपुर जिला अर्न्तगत सिम स्वैपिंग के माध्यम से कई लोगों के अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते थे। सिम स्वैपिंग के लिए वे फर्जी आधार कार्ड द्वारा स्वैप सिम प्राप्त कर लेते थे। इस कार्य में इनकी मदद पंजाब नेशनल बैंक के एक कर्मचारी द्वारा की जाती थी। अनुसंधान के क्रम में पीएनबी के मोबाइल बैंकिंग सॉफ्टवेयर में एक तकनीकि खामी पुलिस द्वारा चिन्हित की गई जिसे पुलिस द्वारा पंजाब नेशनल बैंक को पत्र लिखकर दूर करने की सलाह दी गई थी। बाद में माननीय उच्च न्यायालय पटना द्वारा पंजाब नेशनल बैंक को तत्कालीन वरीय पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर जयंत काल के साथ विमर्श करते हुए इस तकनीकी खामी को दूर करने का आदेश दिया गया। इस कांड में पटना उच्च न्यायालय द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक को यह निर्देश दिया गया कि इस तरह के कांडों में लोगों के पैसो की धोखाधड़ी रोकने के लिए विशेष दिशा-निर्देश तैयार किए जाएं। कांड के अनुसंधान के क्रम में 3 करोड़ रुपए जप्त किए गए और 5 अलग-अलग जिलों में दर्ज किए गए 12 कांडों का उदभेदन किया गया।
वहीं, अनुसंधान के क्रम में 20 से अधिक फर्जी केवाईसी के आधार पर खुले पोस्ट एकाउंट्स को पुलिस द्वारा जब्त किया गया। साथ ही हवाला के माध्यम से अवैध रूप से दूसरे राज्यों महाराष्ट्र कर्नाटक पश्चिम बंगाल आदि से वापस करियर एवं इसके माध्यम से नगद पैसे बिहार वापस भेजने के साजिश का भी उदभेदन किया गया। अनुसंधान के क्रम में 35 पंजाब नेशनल बैंक के खाताधारकों को भी करते हुए उनकेखातों में जमा करीब 5 करोड़ रुपए की राशि को इन अपराधियों के हाथ लगने से रोका गया। इन सारे खातों के सभी विवरण एवं फर्जी आधार कार्ड अपराधियों के पास से जप्त किए गए थे।

संतोष कुमार, भापुसे, तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, शिवहर एवं राकेश कुमार, तत्कालीन अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी शिवहर के नेतृत्व में उत्कृष्ट एवं वैज्ञानिक अनुसन्धान के आधार पर शिवहर के तरियानी छपरा थाना अंर्तगत एक नाबालिग बच्ची को बहला फुसला कर दुष्कर्म कर हत्या करने एवं साक्ष्य छुपाने के सम्बन्ध में दर्ज काड स०-65/20. दिनांक- 19.10.2020 धारा-376 / AB 302/201 भा०द०वि० एवं धारा-4/6 पोक्सो एक्ट का सफल उदभेदन किया गया। कांड पंजीकृत होने के बाद 60 दिन से कम समय में इस कांड में अनुसन्धानोपरात अप्राथमिकी अभियुक्त के विरुद्ध आरोप पत्र समर्पित किया गया तथा घटना के मात्र 19 महीने के अन्दर अभियुक्त को सजा करवाई गई।

बरबीघा (मिशन) थाना अंर्तगत दिनांक 18/19.0721 की रात्रि अज्ञात अपराधकर्मियों के द्वारा घर में घुसकर डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना के दौरान अपराधियों के द्वारा लूट पाट करते हुये गृह स्वामी के 17 वर्षीय पुत्र हर्ष कुमार की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी थी। इस सम्बन्ध में काण्ड सं0-209 / 21 दिनांक 19.0721 धारा-396/307/120बी भा० द०वि० अज्ञात के विरुद्ध दर्ज करते हुये अनुसंधान की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी। पुलिस अधीक्षक, शेखपुरा कार्तिकेय के शर्मा के नेतृत्व में 15 दिनों के अन्दर इस कांड का उद्भेदन ही नहीं किया गया बल्कि घटना में लूटे गये मोबाइल की बरामदगी के साथ-साथ घटना में संलिप्त अपराधियों को चिन्हित करते हुये 06 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया एवं 01 अपराधकर्मी के विरुद्ध कुर्की जप्ती की कार्रवाई करते हुये उन सभी अपराधकर्मियों के विरुद्ध न्यायालय में आरोप-पत्र समर्पित किया गया। तत्पश्चात स्पीडी ट्रायल के तहत न्यायालय में इस काण्ड का विचारण पूर्ण कराते हुए सजा दिलाई गयी।