Edited By Swati Sharma, Updated: 09 Apr, 2023 10:24 AM

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति द्वारा विश्वविद्यालय को लगातार चौथी बार इस परीक्षा के आयोजन के लिए नोडल विश्वविद्यालय नामित करने पर आभार प्रकट किया। संपूर्ण बिहार में शांतिपूर्ण...
दरभंगा: बिहार में दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए रविवार को आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड)-2023 परीक्षा में करीब 90 प्रतिशत अभ्यर्थी शामिल हुए। संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए 1,84,233 अभ्यर्थियों में 96,698 महिला एवं 87,535 पुरूष थे। इनमें से 87,402 महिला एवं 74,517 पुरूष अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। इस प्रकार कुल 89.79 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।
परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से हुई
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति द्वारा विश्वविद्यालय को लगातार चौथी बार इस परीक्षा के आयोजन के लिए नोडल विश्वविद्यालय नामित करने पर आभार प्रकट किया। संपूर्ण बिहार में शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा का आयोजन कुलाधिपति के निर्देश के अक्षरश: पालन का परिणाम है। इससे विश्वविद्यालय परिवार उनके प्रति कृतज्ञ है। परीक्षा का सफल आयोजन कराने के लिए राज्य नोडल पदाधिकारी व उनकी टीम के सदस्य बधाई के पात्र हैं। परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से हुई।
शांतिपूर्ण हुई परीक्षा
वहीं, शिक्षा शास्त्री के 255 अभ्यर्थियों के लिए एक परीक्षा केंद्र दरभंगा शहर में बनाये गये थे। इनमें से 194 अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। इस प्रकार कुल 76.08 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह, सीईटी-बीएड-2023 की संयुक्त प्रवेश परीक्षा को लेकर दरभंगा शहर के लिए राजभवन से आये विशेष पर्यवेक्षक कमलेश प्रसाद सिन्हा और कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने दरभंगा शहर के एमआरएम महाविद्यालय, एमएलएसएम महाविद्यालय और रोज पब्लिक स्कूल के परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में चलते देख सभी पदाधिकारियों ने व्यवस्था को लेकर संतोष जताया।