Edited By Ramanjot, Updated: 31 Jul, 2023 10:29 AM

बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा ने प्रशासन की अनुमति के बिना प्रतिबंधित क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सकुर्लर रोड स्थित सरकारी आवास में ताजिया जुलूस ले जाने और वहां तलवारबाजी सहित हथियारों के...
पटना: बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास में ताजिया जुलूस ले जाने और वहां तलवारबाजी सहित हथियारों के प्रदर्शन पर आपत्ति जताई और इसमें शामिल लोगों तथा मेजबान पर कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए रविवार को कहा कि महागठबंधन सरकार राज्य को बर्बादी की ओर ले जा रही है।
"लालू यादव ने की जंगलराज की स्थापना"
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा ने प्रशासन की अनुमति के बिना प्रतिबंधित क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सकुर्लर रोड स्थित सरकारी आवास में ताजिया जुलूस ले जाने और वहां तलवारबाजी सहित हथियारों के प्रदर्शन पर आपत्ति जताते हुए मांग की है कि इसमें शामिल लोगों और मेजबान पर प्रशासन नियमानुसार कार्रवाई करे। सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव सजायाफ्ता हैं और अभी जमानत पर बाहर है। अपने मुख्यमंत्रित्व काल में उन्होंने हमेशा नियम कानून को तोड़ा और खुद को सामर्थ्यवान साबित करने में जंगलराज की स्थापना की। एकबार फिर उन्होंने उसी रास्ते को पकड़ा है।
"बिहार में हिंदुओं पर बढ़ता जा रहा अत्याचार"
विजय सिन्हा ने कहा कि मुहरर्म के जुलूस में श्रद्धालुओं से ज्यादा उपद्रवियों का शामिल होना दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। कैमूर, भागलपुर, अररिया, दरभंगा सहित अन्य जिलों में जुलूस में शामिल लोगों के द्वारा जिस प्रकार शान्ति औऱ व्यवस्था को भंग करने की कोशिश की गई उससे समाज में भय और दहशत का माहौल पैदा हो गया। बहुसंख्यक समुदाय के लोग अपने अपने घरों में बंद हो गए। जुलूस के साथ चल रहे पुलिस बल और मजिस्ट्रेट के आंखों के सामने ये नियम कानून की धज्जियां उड़ाते रहे लेकिन इन्हें एकबार भी रोक टोक नही किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण बिहार में हिंदुओं पर अल्पसंख्यकों द्वारा अत्याचार बढ़ता जा रहा है। जब पीड़ित हिन्दू महिला, दलित या कमजोर बर्ग के लोग पुलिस में शिकायत करने जाते हैं तो उल्टे उनपर ही मुकदमा कर दिया जाता है। पूर्णिया, अररिया, कटिहार, दरभंगा और बेगुसराय जिलों में हाल की घटनाएं इसका प्रमाण है।