Edited By Ramanjot, Updated: 27 Dec, 2022 10:23 AM

सुशील मोदी ने सोमवार को यहां बयान जारी कर कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता जहरीली शराबकांड में मौत, सजा और गिरफ्तारी के फर्जी आंकड़े परोस रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जहरीली शराब से मौत के छह साल के वर्षवार आंकड़े आधिकारिक रूप से वेबसाइट...
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने जहरीली शराब के मुद्दे पर सवालों का सिलसिला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि सरकार इस मामले में फर्जी आंकड़े जारी कर रही है।
"मौत, सजा और गिरफ्तारी के फर्जी आंकड़े परोस रहे"
सुशील मोदी ने सोमवार को यहां बयान जारी कर कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता जहरीली शराबकांड में मौत, सजा और गिरफ्तारी के फर्जी आंकड़े परोस रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जहरीली शराब से मौत के छह साल के वर्षवार आंकड़े आधिकारिक रूप से वेबसाइट पर जारी क्यों नहीं करती।
"पोस्टमाटर्म रिपोर्ट पेश करने में क्यों नाकाम रही सरकार"
भाजपा सांसद ने कहा कि गोपालगंज जहरीली शराबकांड में 19 लोगों की मौत हुई जबकि राज्य सरकार ने केवल छह लोगों के मरने की जानकारी केंद्र सरकार को क्यों दी। उन्होंने कहा कि इस घटना में स्थानीय अदालत ने जिन 13 अभियुक्तों को फांसी या उम्र कैद की सजा सुनाई, वे सभी साक्ष्य के अभाव में हाईकोर्ट से बरी हो गए। सरकार मृतकों की पोस्टमाटर्म रिपोर्ट और गवाह पेश करने में क्यों नाकाम रही।
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील क्यों नहीं की?
सुशील मोदी ने कहा कि गोपालगंज की घटना में 14 पीड़ित परिवारों को उत्पाद कानून की धारा-42 के तहत 4-4 लाख रुपए मुआवजा दिया गया था। अब सरकार यह कैसे कह रही है कि शराबकांड के पीड़ितों को मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि जहरीली शराब बेचने के दोषियों से मुआवजा वसूलने की कार्रवाई पर जब हाईकोर्ट ने रोक लगा दी, तब सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील क्यों नहीं की।