Edited By Ramanjot, Updated: 25 Aug, 2023 01:20 PM

जदयू के राष्ट्रीय महसचिव राजीव रंजन ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में भाजपा को अतिपिछड़ा विरोधी पार्टी करार दिया और कहा कि अतिपिछड़ा समाज के मसलों पर भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है। ये लोग अतिपिछड़ा समाज के हितैषी होने का...
पटना: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अति पिछड़ा विरोधी करार दिया और कहा कि वह अति पिछड़ों को गुलाम समझती है।
"अतिपिछड़ा समाज को मजदूर समझती है भाजपा"
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में भाजपा को अतिपिछड़ा विरोधी पार्टी करार दिया और कहा कि अतिपिछड़ा समाज के मसलों पर भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है। ये लोग अतिपिछड़ा समाज के हितैषी होने का ढोंग जरूर करते हैं लेकिन हकीकत में यह लोग अतिपिछड़ा समाज को मजदूर से अधिक नहीं समझते हैं। उन्होंने कहा कि 25 अगस्त यानी शुक्रवार को जदयू की तरफ से अतिपिछड़ा समाज की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया है, जहां आगे की रणनीति तय की जाएगी।
"BJP में अतिपिछड़े नेताओं को जूते की नोक पर रखने का रिवाज"
रंजन ने उदाहरण देते हुए कहा कि अतिपिछड़ा समाज से आने वाले जिन रामफल मंडल को भाजपा कभी याद तक नहीं करती थी, आज ये लोग जदयू की देखा-देखी उनकी पुण्यतिथि मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुण्यतिथि मनाना उनके ढोंग का प्रत्यक्ष प्रमाण है। भाजपा में अतिपिछड़े नेताओं को जूते की नोक पर रखने का रिवाज है। इस समाज की बड़ी जनसंख्या को देखते हुए यह लोग खुल कर कुछ नहीं बोलते लेकिन अंदर ही अंदर इस समाज के नेताओं को आगे बढ़ने से रोकने की साजिशों में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा यह जान ले बिहार का पिछड़ा-अतिपिछड़ा और दलित समाज अपने अपमान को भूलता नहीं है और आने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें इसका परिणाम भुगतना ही पड़ेगा।