Edited By Ramanjot, Updated: 10 Jun, 2023 12:55 PM

सुशील मोदी ने कहा कि दुर्घटना में मरे या अब तक लापता लोगों के परिजनों की सहायता तभी अच्छी तरह से होती, जब इसकी मानीटरिंग के लिए सरकार ने किसी वरिष्ठ मंत्री को वहां कैम्प कराया होता। उन्होंने कहा कि लापता लोगों के गरीब परिजन अपने सीमित साधन से...
पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बालासोर रेल दुर्घटना के बाद से लापता बिहार के 21 लोगों की खोज करने में राज्य सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि उड़ीसा की रेल दुर्घटना पर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी तो खूब हुई, लेकिन बालासोर में बिहार सरकार ने न कोई हेल्प डेस्क बनाया, न अपनों की तलाश में वहां पहुंचने वाले बिहार के लोगों के लिए कहीं ठहरने और भोजन करने की व्यवस्था की।
सुशील मोदी ने कहा कि दुर्घटना में मरे या अब तक लापता लोगों के परिजनों की सहायता तभी अच्छी तरह से होती, जब इसकी मानीटरिंग के लिए सरकार ने किसी वरिष्ठ मंत्री को वहां कैम्प कराया होता। उन्होंने कहा कि लापता लोगों के गरीब परिजन अपने सीमित साधन से बालासोर गए, दर-दर भटके और पैसा खत्म होने पर मायूस होकर लौट आए। मोदी ने कहा कि किसी शव की पहचान के लिए डीएनए और ब्लड टेस्ट की जरूरत पड़ती है। इसके लिए भी वहां बिहार सरकार ने वहां कोई व्यवस्था नहीं की।
मोदी ने कहा कि राजनीतिक विरोध को परे रख कर जब ममता बनर्जी बालासोर पहुंचीं और बंगाल सरकार की तरफ से राहत कार्यों में 40 बसें लगाई गई, तब नीतीश कुमार बालासोर क्यों नहीं गए? उन्होंने कहा कि जो लोग रेल मंत्री का इस्तीफा मांग रहे थे, उन्होंने पीड़ित परिवारों की क्या मदद की?