Edited By Swati Sharma, Updated: 24 May, 2023 01:01 PM

राजद राज्यसभा सांसद मनोज झा कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए। क्योंकि संसद भवन एक संवैधानिक भवन है। वही जदयू ने भी इस इस उद्घटान समारोह का बहिष्कार किया है। जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि पूरखों का अपमान करना भाजपा की...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन सेंट्रल विस्टा का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इस भवन के उद्घाटन के पहले देश की सियासत गरमा गई है। देश के तमाम विपक्षी दलों द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध किया जा रहा है। वहीं राजद और जदयू ने 28 मई को होने वाले समारोह का बहिष्कार किया तो बीजेपी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री उद्घाटन नहीं करेंगे तो कौन करेगा?
नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिएः राजद
राजद राज्यसभा सांसद मनोज झा कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए। क्योंकि संसद भवन एक संवैधानिक भवन है। वही जदयू ने भी इस इस उद्घटान समारोह का बहिष्कार किया है। जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि पूरखों का अपमान करना भाजपा की परंपरा रही है। जब देश में इतनी महंगाई चरम पर है, ऐसी स्थिति में ऐसी फ़िज़ूल खर्च की क्या जरूरत थी। इधर, नए संसद भवन के उद्घाटन में विपक्ष के बहिष्कार पर बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री उद्घाटन नहीं करेंगे तो कौन करेंगे ? बिहार विधानसभा के नए भवन के उद्घाटन के बाहर जो शीला पट बना हुआ है, उसको अगर नीतीश कुमार तुड़वा देंगे तब हम उनकी बातों को सुनेंगे।
2020 में रखी गई थी नए संसद भवन की आधारशिला
आपको बता दें कि नए संसद भवन की आधारशिला दिसंबर 2020 में पीएम मोदी द्वारा रखी गई थी। नई इमारत सेंट्रल विस्टा देश के पावर कॉरिडोर के पुनर्विकास का हिस्सा है। इस चार मंजिला इमारत में 1,200 से अधिक सांसद रह सकते हैं। लोकसभा में 888 सांसदों और राज्यसभा में 300 सांसदों को समायोजित करने में सक्षम होगी, जो 543 और 250 की मौजूदा क्षमता से अधिक हैं।