Edited By PTI News Agency, Updated: 27 Nov, 2021 09:53 AM
पटना, 26 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) के अध्यक्ष डॉ. भगवान लाल साहनी ने शुक्रवार को कहा कि जाति आधारित गणना तर्कसंगत मांग है और यह बेहतर नीतियां बनाने में मददगार साबित होगा।
पटना, 26 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) के अध्यक्ष डॉ. भगवान लाल साहनी ने शुक्रवार को कहा कि जाति आधारित गणना तर्कसंगत मांग है और यह बेहतर नीतियां बनाने में मददगार साबित होगा।
साहनी ने बताया कि विभिन्न संगठनों ने इस मांग को लेकर उनसे भेंट की है और उन्होंने इस मुद्दे से संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
उन्होंने पटना में पत्रकारों से कहा कि अब सरकार को कदम उठाना है।
साहनी ने कहा, ‘‘जाति आधारित जनगणना निश्चित तौर पर नीति निर्माताओं को पिछड़े वर्ग के लिए कल्याणकारी नीतियां बनाने में मददगार साबित होगी... मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि, अगर ऐसा हुआ तो सरकार के लिए यह जानना आसान होगा किस जाति के कितने लोग हैं और उनके लिए क्या किया जाना चाहिए।’’
जाति आधारित जनगणना में अनुसूचित जाति और जनजाति (एससी/एसटी) के लोगों के अलावा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों की भी गिनती की जाएगी।
साहनी ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दल देश की आबादी की जाति आधारित जनगणना कराने की मांग कर रहे हैं।
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