Edited By Nitika, Updated: 23 Apr, 2021 10:10 PM
बिहार में कोरोना की स्थिति दिन प्रतिदिन चिंताजनक होती जा रही है। साथ ही मृतकों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच कोरोना संक्रमितों को लेकर चौकाने वाला खुलासा है कि पटना एम्स के आईसीयू से केवल 20 फीसद मरीज ही स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं।
पटनाः बिहार में कोरोना की स्थिति दिन प्रतिदिन चिंताजनक होती जा रही है। साथ ही मृतकों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच कोरोना संक्रमितों को लेकर चौकाने वाला खुलासा है कि पटना एम्स के आईसीयू से केवल 20 फीसद मरीज ही स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं। वहीं यह आंकड़ा 2021 में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर हुए अध्ययन में सामने आया है।
पटना एम्स पल्मोनरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेंद्र कुमार राय ने बताया कि जो मरीज आईसीयू में भर्ती हो रहे हैं, उन्हेंं किडनी, लंग्स और लिवर की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। 70 फीसद मरीजों में किडनी, 100 फीसद मरीजों में लंग्स और 60 फीसद मरीजों में लिवर की परेशानी हो रही है। मेडिसीन विभागाध्यक्ष डॉ. रवि ने बताया कि नया स्ट्रेन मल्टी ऑर्गेन डिसआर्डर का कारण बन रहा है। इसके कारण मरीज की मौत हो जा रही है।
वहीं एनेस्थिीसिया विभागाध्यक्ष व एम्स के डीन डॉ. उमेश भदानी ने बताया कि पिछले साल भी आईसीयू में भर्ती होने वाले मरीजों की हालत ज्यादा गंभीर होती थी, लेकिन इस बार स्वस्थ होने वालों की संख्या कम है। इतना ही नहीं बेड की कमी के कारण बाहर में ही मरीज कई दिनों तक रह जाते हैं और जब तक भर्ती होते हैं, स्थिति संभलने लायक नहीं रह जाती है। इसी वजह से अधिक लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।