Edited By Nitika, Updated: 07 Mar, 2022 12:24 PM

बिहार में जहां एक तरफ कई जगह ऐसी हैं जो पूरी तरह से विकसित हो चुकी हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ इलाके अभी भी पिछड़े हुए हैं। ऐसा ही एक मामला राजधानी पटना से सामने आया है, जहां के सरकारी स्कूल में आज तक भी शौचालय की व्यवस्था ही नहीं है।
पटनाः बिहार में जहां एक तरफ कई जगह ऐसी हैं जो पूरी तरह से विकसित हो चुकी हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ इलाके अभी भी पिछड़े हुए हैं। ऐसा ही एक मामला राजधानी पटना से सामने आया है, जहां के सरकारी स्कूल में आज तक भी शौचालय की व्यवस्था ही नहीं है। वहीं छात्राएं घर से पानी पीकर स्कूल नहीं जाती ताकि उन्हें शौचालय जाने की जरुरत न पड़े।

जानकारी के अनुसार, मामला पटना के एजी कॉलोनी के सरकारी स्कूल का है, जहां पर टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। छात्राओं को बिना पानी पिए ही स्कूल में सारा दिन भूखे प्यासे रहना पड़ता है। स्कूल की काजल नाम की छात्रा ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि सरकार बोलती है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लेकिन बेटियां जब पढ़ने आती हैं तो स्कूल में व्यवस्था नहीं होती है। जब सरकार एक टॉयलेट नहीं दे पाती है, बेटियों की लाज कैसे बचाएगी। उसने कहा कि वह घर से पानी पीकर नहीं आती है और स्कूल में भी पानी नहीं पीती है कि टॉयलेट न जाना पड़े। स्कूल भी शहर में है और आसपास भी काेई जगह नहीं है।

वहीं स्कूल की टीचर्स का कहना है कि स्कूल के पास न तो अपना भवन है और न ही अपनी कोई व्यवस्था है। 1988 से ऐसे ही स्कूल चलाया जा रहा है। स्कूल में एक छोटा सा टूटा फूटा और एक जर्जर कमरा है। पास में ही पुराना टूटा टॉयलेट है। टीचर ने बताया कि स्कूल में 408 स्टूडेंट्स हैं, जिसमें अधिकत्तर छात्राएं हैं। 2 कमरे होने के कारण स्टूडेंट्स को मैनेज करने में बड़ी समस्या होती है। इसी के चलते बच्चों को पढ़ाने में मुश्किल होती है।
