Edited By Imran, Updated: 05 Mar, 2023 01:55 PM

जनता दल (यूनाइटेड) से नाता तोड़कर अपनी नई पार्टी का निर्माण करने के बाद उपेंद्र कुशवाहा "विरासत बचाओ यात्रा" लेकर सहरसा जिले में पहुंचे हैं। जहां उन्होंने मीडिया से मुतखिब होते हुए कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार से जो उम्मीद किया उसपर वो खड़े...
पटना: जनता दल (यूनाइटेड) से नाता तोड़कर अपनी नई पार्टी का निर्माण करने के बाद उपेंद्र कुशवाहा "विरासत बचाओ यात्रा" लेकर सहरसा जिले में पहुंचे हैं। जहां उन्होंने मीडिया से मुतखिब होते हुए कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार से जो उम्मीद किया उसपर वो खड़े नहीं उतरे और पुनः बिहार को 2005 से पीछे ले जाने की तैयारी में जुट गए हैं।
इसके साथ ही नीतीश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार की जनता ने शुरुआती दौर में कर्पूरी ठाकुर को विरासत दिया उनके बाद यह विरासत जनता ने लालू प्रसाद यादव को दिया। लेकिन, लालू ने इस विरासत को अपने परिवार में समेटना शुरू कर दिया। इसके बाद जनता ने नीतीश कुमार पर भरोसा कर उन्हें विरासत सौंपी लेकिन वह पुनः बिहार से 2005 से पीछे ले जाने लगे। हम गांधी की सत्याग्रह स्थल से उनको नमन करते हुए विरासत बचाओ यात्रा में निकले हैं। पहले गंगा के इस पार फिर होली के बाद गंगा के उस पार इस यात्रा पर रहेगें।
पार्टी की विचार के बाद निर्णय होगी
पार्टी साठगांठ पर उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि आज हर पार्टी एक दूसरे के संपर्क में हैं। उनके बिना यह कार्य नहीं हो सकता। इन बातों से हम इनकार नहीं करते लेकिन पार्टी की विचार के बाद निर्णय होगी। आगमी चुनाव में मेरी पार्टी किस पार्टी के साथ रहेगी। हमलोगों का अभियान है बिहार को किसी भी हालत में 2005 से पहले की स्थिति में नहीं लौटने देंगे। हमलोग इस अभियान को जारी रखेंगे। हालांकि, आज उनके यात्रा के दौरान जदयू के कई वरीय नेता यथा शिवेंद्र सिंह जिशु , चंदन बागची, लोकेश सिंह, गौरव सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता ने उपेंद्र कुशवाहा के नई पार्टी का दामन थामा।