Edited By Ramanjot, Updated: 22 Dec, 2025 07:56 AM
उद्योग मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि उद्योग विभाग नीतिगत सुधारों, संस्थागत सहयोग और प्रशासनिक संवेदनशीलता के माध्यम से एक सशक्त, निवेशक-अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण हेतु सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
Bihar News: उद्योग मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि उद्योग विभाग नीतिगत सुधारों, संस्थागत सहयोग और प्रशासनिक संवेदनशीलता के माध्यम से एक सशक्त, निवेशक-अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण हेतु सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। राज्य को निवेशकों, उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनाने की दिशा में बिहार सरकार की अटूट प्रतिबद्धता है। उद्योग मंत्री ने रविवार को बेंगलुरु में आयोजित बिहार @ 2047 विजन कॉन्क्लेव (सीजन 3) को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार न केवल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बल्कि सिक्योरिटी ऑफ डूइंग बिजनेस सुनिश्चित करने के लिए भी ठोस कदम उठा रही है। इसी दिशा में राज्य में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तर्ज पर बिहार औद्योगिक सुरक्षा बल (बीआईएसएफ) गठन की प्रक्रिया चल रही है। बीआईएसएफ का उद्देश्य बिहार भर में उद्यमियों, निवेशकों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करना, संस्थागत संरक्षण सुनिश्चित करना और औद्योगिक वातावरण में विश्वास व स्थिरता को और अधिक सुदृढ़ करना है।
मंत्री ने लेट्स इंस्पायर बिहार के मुख्य संरक्षक, विकास वैभव, आईपीएस की सराहना करते हुए गहरी व्यक्तिगत आत्मीयता व्यक्त की और कहा कि वे विकास वैभव को अपने भाई की तरह मानते हैं।
उन्होंने कहा कि एक राजनेता और मंत्री के रूप में अपने अनुभव में उन्होंने देखा है कि लगभग 80 प्रतिशत अधिकारी मुख्यतः अपने लिए ही जीते और काम करते हैं, जबकि विकास वैभव उन विरले लोगों में से हैं जो समाज के लिए जीते और काम करते हैं। इनमें असाधारण मानसिक दृढ़ता, सकारात्मक ऊर्जा और अटूट प्रतिबद्धता है। वहीं लेट्स इंस्पायर बिहार के मुख्य संरक्षक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा कि जाति, समुदाय और धर्म से ऊपर उठकर बिहार की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत के पुनर्स्थापन की आवश्यकता है।
उन्होंने विकसित बिहार के निर्माण में उद्यमिता, स्टार्ट-अप और सामूहिक नागरिक सहभागिता के महत्व को रेखांकित किया तथा अभियान की आगामी योजनाओं, जिनमें हैदराबाद और नई दिल्ली में प्रस्तावित बिहार डेवलपमेंट समिट, 2026, शामिल है, के बारे में जानकारी दी और लोगों से शिरकत करने के लिए आग्रह किया।
बैकुंठपुर विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि बिहार में सशक्त औद्योगिक एवं कौशल विकास पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता है। उन्होंने ने कॉन्क्लेव को उद्यमियों, नीति-निर्माताओं और निवेशकों को जोड़ने वाला एक प्रभावी मंच बताया। वहीं डेहरी के विधायक राजीव रंजन सिंह (सोनू सिंह) ने उद्यमिता, स्टार्ट-अप और पलायन रोकने के बीच के संबंध को रेखांकित करते हुए कहा कि स्थानीय अवसर ही बिहार की समावेशी आर्थिक वृद्धि की कुंजी हैं।
विदित हो कि लेट्स इंस्पायर बिहार के मुख्य संरक्षक विकास वैभव के प्रयास से बेंगलुरु में रविवार को द ऑक्सफोर्ड कॉलेज ऑफ साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के तत्वावधान में बिहार @ 2047 विज़न कॉन्क्लेव (सीजन 3) आयोजित किया गया था, जिसमें देश-विदेश से आए 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने सहभागिता की। इनमें लगभग 900 उद्यमी, उद्योग जगत के नेता, आईटी प्रोफेशनल्स, विचारक और स्टार्ट-अप प्रतिनिधि शामिल थे। जिसमें भारत के प्रमुख शहरों के साथ-साथ अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, हांगकांग, वियतनाम, सिंगापुर सहित अन्य देशों से भी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस मौके पर द ऑक्सफोर्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. एसएन वीएल. नरसिम्हा राजू , प्रियंका झा, गौतम राज,नवनीत सिंह, डॉ. अशुतोष कुमार, मोहन कुमार झा, सनी राज और आशीष रंजन मौजूद थे।