Edited By Khushi, Updated: 27 Jul, 2023 04:58 PM

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतना गोल-गोल बातों को घुमाते हैं कि उन्हें खुद नहीं पता होता है कि वो क्या बोल रहे हैं।
समस्तीपुर: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतना गोल-गोल बातों को घुमाते हैं कि उन्हें खुद नहीं पता होता है कि वो क्या बोल रहे हैं। नीतीश कुमार पक्ष में कुछ नहीं बोलते न ही विपक्ष में बोलते हैं। नीतीश कुमार को कहना चाहिए कि लालू-तेजस्वी के परिवार वाले भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं।
"नीतीश को RJD और तेजस्वी यादव से प्रेम नहीं हुआ है"
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने मुंह में दही क्यों जमाया हुआ है, जो ललन सिंह से कहलवा रहे हैं। ऐसी चीजें साबित करता है कि नीतीश कुमार क्या सोचते हैं। नीतीश कुमार को RJD और तेजस्वी यादव से प्रेम नहीं हुआ है। ये बात मैंने पहले भी सबसे कही है। नीतीश कुमार जो आज महागठबंधन में हैं वो विशुद्ध दो कारणों से हैं। हमसे मार्च में आकर घंटों बैठकर मिले हैं, बात किए मुझे बताया कि महागठबंधन बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पहला कारण, महागठबंधन उन्होंने इसलिए बनाया है क्योंकि नीतीश कुमार की राजनीतिक समझ ये थी कि 2024 में अगर भाजपा जीतकर आएगी तो सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटाएगी और अपना कोई मुख्यमंत्री बनाएगी। यही कारण था कि उन्हें लगा कि भाजपा हटाए इससे पहले मैं खुद ही महागठबंधन बना लेता हूं ताकि 25 नवंबर तक मुख्यमंत्री बना रहूंगा। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी दूसरी सोच ये थी कि 2025 के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनना तो है नहीं तो हमारे बाद ऐसी सरकार रहे जो आज से भी बदतर हो ताकि लोग ये याद कर कहें कि नीतीश कुमार की सरकार कितनी भी खराब थी तेजस्वी यादव वाले RJD से अच्छी ही थी।
"हम नीतीश को बहुत अंदर से जानते हैं"
उन्होंने कहा कि आप नीतीश कुमार को नहीं जानते हैं हम उनको बहुत अंदर से जानते हैं। मैं उनके साथ उनके घर में 1 साल से अधिक रहा हूं। नीतीश कुमार को कोई तेजस्वी यादव और RJD से प्यार नहीं है। प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की पोल खोलते हुए आगे कहा कि लालू यादव, तेजस्वी यादव के पूरे परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं है तो पूरे साफगोई से कहना चाहिए कि ये हमारे सहयोगी हैं और इन पर भ्रष्टाचार के सारा आरोप निराधार हैं। अगर नीतीश कुमार ऐसा नहीं कहते तो आप समझ सकते हैं कि वो क्या कह रहे हैं।