Edited By Khushi, Updated: 03 Aug, 2024 03:43 PM
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान सीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अग्निवीर का भी मुद्दा उठाया। साथ ही अग्निवीरों के लिए एक घोषणा भी कर...
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान सीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अग्निवीरों के लिए एक घोषणा भी कर दी।
"अग्निवीर परिवार के एक सदस्य को मिलेगी नौकरी और अनुग्रह राशि"
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन में अग्निवीरों के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि यदि वह चुनाव जीतकर सत्ता में आते है तो शहीद होने वाले अग्निवीर परिवार के एक सदस्य को नौकरी और अनुग्रह राशि देंगे। सीएम ने कहा कि पूर्व की सरकार ने जेएसएलपीएस को 600 करोड़ दिया, जबकि हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए जेएसएलपीएस को 10000 करोड़ दिए। सीएम ने कहा कि अगर मैं जेल में नहीं रहता तो पांच लाख नौकरियां युवाओं को दे चुका होता। सीएम ने कहा कि इन लोगों का काला चिट्ठा मेरे पास है। इन्होंने पांच साल में क्या किया, सब मेरे पास है, इन्होंने चौबीस जिलों में अपना कार्यालय बनाया। इसमें इन्होंने जमीन की लूट नहीं, बल्कि डकैती की है। सीएम ने हिमंता बिस्व सरमा पर भी कटाक्ष करते हुए कि ये झूठ-फरेब की दुकान चलाते है। कुछ यहां, कुछ पाकुड़ और कुछ जमशेदपुर में पड़े हैं। एक मुख्यमंत्री ऐसे हैं, जो अपने बाढ़ग्रस्त राज्य असम के लोगों की सुध नहीं लेते। हम मदद करते हैं और वे यहां आकर राजनीति कर रहे हैं। झारखंड को और समाज को विभाजित कर रहे हैं। चुनाव में झारखंड के साथ असम में भी भाजपा का सफाया हो जायेगा। ये लोग क्या बात करेंगे। ये लोग आईना भी देखेंगे, तो आईना भी शरमा जायेगा। ये इतने बहुरुपिये हैं।
सीएम हेमंत ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, "भाजपा नियुक्ति की बात करती है, हम लोगों ने गैर सरकारी संस्थानों में एक लाख लोगों को नियुक्ति दिया, कई जिलों में जाकर हजारों बच्चों को नियुक्ति पत्र अपने हाथ से दिया, आज ये बच्चे देश विदेश में नौकरी और स्वरोजगार कर रहे, सरकारी नौकरी में इन्होंने बीस साल में नियमावली नहीं बनाई, सारी नियुक्ति नियमावली हमने बनाई, यहां के नौजवानों को अधिकार मिले, इसके लिए नियोजन और स्थानीय नीति बनाया, ये पीठ पर छुरा मारते, सामने से वार करने की क्षमता नहीं, ये कोर्ट कचहरी और गवर्नर के माध्यम से सरकार को ध्वस्त करना चाहते, नियोजन नीति के खिलाफ भाजपा सक्रिय कार्यकर्ता गया, ये हमको रोकने का काम करते, हमने कानून बनाया तो असंवैधानिक, ये करें तो संवैधानिक, झारखंड में पहली बार वैज्ञानिक नियुक्ति किए, रिम्स में ग्रेड ए की नर्सों का नियुक्ति निकाली। लिपिक लेखा पदाधिकारी की नियुक्ति की, इन नियुक्तियों मे यहां के 83 प्रतिशत यहां के आदिवासी मूलवासी को नियुक्त किया, किसी किसी में 100 प्रतिशत नियुक्ति इन लोगों की हुई, इनको आइना दिखाएंगे, पंचायत सचिव, पंचायत कर्मचारी, आईटीआई प्रशिक्षक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, प्रशिक्षक्षित शिक्षक प्रतियोगिता कराई, पशु चिकित्सक पहली बार बहाल हुए, आयुष शिक्षक, उद्यान पदाधिकारी नियुक्त किए, कितना गिनाए, कागज कलम रखिए।"