Edited By Harman, Updated: 28 Sep, 2024 10:06 AM
हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित 527 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। साथ ही संबोधन के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा इसे सिर्फ एक नौकरी ना समझे बल्कि आपको सामाजिक दायित्व निभाने...
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को शौर्य सभागार, जैप -1, डोरंडा, रांची में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में पहुंचे। इस दौरान हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित 527 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
527 अभ्यर्थियों को इन विभागों के लिए मिले नियुक्ति पत्र
हेमंत सोरेन ने झारखंड कर्मचारी आयोग की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा में सफल और अनुशंसित 527 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। 120 पीजीटी और टीजीटी शिक्षक, 200 सहायक शिक्षक एवं 56 प्रयोगशाला सहायक के अलावा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में 47, पथ निर्माण विभाग में 25, जल संसाधन विभाग में 49, नगर विकास एवं आवास विभाग में 28, वित्त, वाणिज्य कर एवं खाद्य आपूर्ति विभाग में एक-एक और रिम्स में तीन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिला है।
"इसे सिर्फ एक नौकरी ना समझे"
नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में अपने संबोधन के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा इसे सिर्फ एक नौकरी ना समझे बल्कि आपको सामाजिक दायित्व निभाने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आप अपनी क्षमता और दक्षता का इस्तेमाल राज्य के विकास के पहिए को आगे बढ़ाने में करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि व्यवस्था किसी एक व्यक्ति से नहीं चलती है। जब तक सभी विभाग के सहकर्मी मिलजुलकर विकास का पहिया नहीं खींचेंगे, राज्य को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।
"परीक्षा के दौरान नौजवानों की मौत काफी दुःखद और चिंतनीय"
वहीं उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा में अभ्यर्थियों की मौत पर दुख जताते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि कोविड-19 के बाद पहली बार झारखंड उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा के तहत अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा ली जा रही है। शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान कुछ नौजवानों की हुई मौत काफी दुःखद और चिंतनीय है। इसके वजहों को जानना बेहद जरूरी है। हमारी सरकार नौजवानों के मौत मामले में पूरे तह तक जाने का प्रयास कर रही है। इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी मदद के लिए पत्र भेजा गया है।
बता दें कि इस मौके पर मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बैद्यनाथ राम, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री हफीजुल हसन, राज्य सभा सांसद महुआ माजी, विकास आयुक्त अविनाश कुमार, प्रधान सचिव मस्त राम मीणा, प्रधान सचिव सुनील कुमार, प्रभारी सचिव उमा शंकर सिंह, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक आदित्य रंजन और माध्यमिक शिक्षा निदेशक उत्कर्ष गुप्ता उपस्थित थे।