Edited By Diksha kanojia, Updated: 31 Jul, 2022 02:49 PM

अपने तीन दिवसीय झारखंड प्रवास के अंतिम दिन दिल्ली रवानगी से पूर्व प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पांडे ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस दौरान संगठन के चुनाव को गति देते हुए और उसके माध्यम से जो परिणाम हैं उसे पीआरओ और एपीआरओ के माध्यम से प्रदेश...
रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि संगठन सशक्तिकरण को लेकर बूथ स्तर तक संगठन की मजबूती को लेकर अप्रैल माह से लेकर जो हमने अभियान शुरू किया था उसका प्रथम चरण हमने सफलता पूर्वक संपन्न कर लिया है।
अपने तीन दिवसीय झारखंड प्रवास के अंतिम दिन दिल्ली रवानगी से पूर्व प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पांडे ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस दौरान संगठन के चुनाव को गति देते हुए और उसके माध्यम से जो परिणाम हैं उसे पीआरओ और एपीआरओ के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस कमिटी अखिल भारतीय चुनाव प्राधिकरण के पास समर्पित कर देगी। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सीएलपी लीडर आलमगीर आलम, प्रदेश के सभी पदाधिकारियों, जिला संयोजकों का मैं आभार व्यक्त करता हूं।
पांडे ने कहा कि उदयपुर संकल्प शिविर में जो निर्णय और दिशा-निर्देश हिन्दुस्तान के सभी राज्यों को दिये गये थे उसी के आलोक में परसों हमने विधायकों के संग चर्चा की थी उसी कड़ी में आज बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेवारी का निर्वह्न कर रहे जिला संयोजकों के संग बैठक में हर जिला स्तर पर 75 किमी या उससे अधिक की पदयात्रा जिसका नाम है आजादी की गौरव यात्रा है। यह छह दिवसीय यात्रा हर जिले के अंदर जो महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है उन सभी स्थलों को छूती हुई और ज्यादा से ज्यादा यात्रा के क्रम में जनता की भागीदारी लेते हुए इसे सफल बनाना है।
उन्होंने कहा कि आज राष्ट्र के सामने जो महत्वपूर्ण चुनौतियां है चाहे वो रोजगार की हो, महंगाई की हो, कानून व्यवस्था की हो, हमारे अर्थव्यवस्था से संबंधित उनसे जुडी हुई हो, साथ ही साथ स्थानीय मुद्दों को लेकर इस यात्रा में एक संदेश लेकर सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के निर्देश एवं नेतृत्व में यह गौरव यात्रा 09 अगस्त से शुरू होकर 14 अगस्त तक पूर्ण होगी। कुछ जगहों पर 13 अगस्त को भी पूर्ण हो सकती है साथ ही साथ 15 अगस्त को राज्य के राजधानी रांची में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव के अवसर पर एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी समायोजन होगा।