Edited By Khushi, Updated: 04 Nov, 2024 12:39 PM
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीते रविवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें पार्टी ने खेती के लिए मुफ्त बिजली और बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली उपलब्ध कराने का वादा किया।
रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीते रविवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें पार्टी ने खेती के लिए मुफ्त बिजली और बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली उपलब्ध कराने का वादा किया।
पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा कि वह झारखंड को “कॉर्पोरेट का शिकार'' नहीं बनने देगी। उसने कहा, ‘‘"कॉर्पोरेट अधिग्रहण और कॉर्पोरेट समर्थक सरकारी नीतियों के कारण तेजी से विस्थापन और बेरोजगारी बढ़ रही है।'' पार्टी ने ‘‘किसानों की कब्जा की गई भूमि'' को वापस दिलाने का वादा किया। घोषणापत्र में बताया गया कि पार्टी खेती के लिए मुफ्त बिजली और ग्राम सभाओं को मजबूत करने के लिए आवाज उठाएगी। घोषणा पत्र में कहा गया, ‘‘मनरेगा मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी 15,000 रुपये प्रति माह से कम नहीं होनी चाहिए और उन्हें नौकरी की सुरक्षा और बीमा का पूरा लाभ मिलना चाहिए।'' इसमें कहा गया कि भाकपा (माले) लिबरेशन के उम्मीदवार आदिवासी समुदाय की सुरक्षा के लिए पांचवीं अनुसूची के सख्त कार्यान्वयन के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे।
बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) के घटक दल भाकपा (माले) ने झारखंड की 81 विधानसभा सीट में से चार सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। गठबंधन के तहत उसे तीन सीटें आवंटित की गई हैं जबकि धनवार सीट पर उसका झामुमो के साथ दोस्ताना मुकाबला है।