Edited By Khushi, Updated: 07 Aug, 2024 06:24 PM
आज यानी बुधवार को देश भर में 75वां वन महोत्सव मनाया गया। झारखंड में भी वन महोत्सव मनाया गया। इस मौके पर सीएम हेमंत भी वन महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम लोग लंबे समय से ये महोत्सव मनाते आ रहे हैं। पहले तो इसका बहुत महत्व...
रांची: आज यानी बुधवार को देश भर में 75वां वन महोत्सव मनाया गया। झारखंड में भी वन महोत्सव मनाया गया। इस मौके पर सीएम हेमंत भी वन महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम लोग लंबे समय से ये महोत्सव मनाते आ रहे हैं। पहले तो इसका बहुत महत्व नहीं था, लेकिन बाद में इसका बहुत महत्व हो गया।
सीएम हेमंत ने कहा कि वन महोत्सव से ज्यादा मुझे लगता है कि ये मानव महोत्सव होना चाहिए था क्योंकि जो वनों को संरक्षित करने का, जीव जंतुओं को संरक्षित करने का, प्रकृति को संतुलित बनाए रखने का मानव जीवन से जुड़ा हुआ है। प्रकृति के साथ मानव का जुड़ाव कहा जाए कि ये पर्यावरण और जीवन एक दूसरे का पूरक रहे हैं। मुझे लगता है प्रकृति सृजन जब हुआ है उसी के आस पास जीव जंतुओं का भी जन्म हुआ है। सीएम हेमंत ने कहा कि हम रांची शहर को ही देखे या जहां यह कार्यक्रम हो रहा है मुझे लगता है कि 20 सालों के बाद इस जगह को हम देखेंगे तो यह इस तरह का नहीं मिलेगा। हम झारखंड के लोगों के लिए तो यह वन महोत्सव सदियों से मायने रखता है। जल, जंगल जमीन हमारे जीने का जरिया रहा है। सदियों से ये व्यवस्था चली आ रही है।
सीएम हेमंत ने कहा कि ये अब हमें तय करना है कि हम आने वाले समय में कैसे जीवन शैली के साथ इस धरती पर रहें। उन्होंने कहा कि गांव के लोग अपने इर्द गिर्द पेड़ को अधिक महत्व देते हैं। कोई भी घर वहां बनता है तो सबसे पहले पेड़ लगता है तब घर बनाते हैं। हर घर के सामने एक नीम का पेड़ लगता है। कहीं ना कहीं आज के दिन में हर व्यक्ति को इस बात के विषय में चिंतन करना होगा। सीएम ने कहा कि हर व्यक्ति एक पेड़ लगाए।