Edited By Khushi, Updated: 26 Jul, 2024 05:38 PM

झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन सत्र की शुरुआत से पहले विधानसभा के बाहर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्य में खनिज-संपदा की लूट, बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिए जाने, हर साल पांच लाख नौकरी का वादा पूरे नहीं करने के मुद्दे...
रांची: झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन सत्र की शुरुआत से पहले विधानसभा के बाहर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्य में खनिज-संपदा की लूट, बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिए जाने, हर साल पांच लाख नौकरी का वादा पूरे नहीं करने के मुद्दे पर प्रदर्शन किया।

इस दौरान प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों ने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और इस सरकार को एक भी दिन सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। बीजेपी विधायकों ने सीएम हेमंत से इस्तीफे की मांग की है। इस मौके पर बोकारो विधायक बिरंची नारायण, गोड्डा विधायक अमित मंडल, कांके विधायक समरी लाल सहित अन्य कई विधायक मौजूद रहे। वहीं, इसके बाद सदन में पिछले सत्र से अब तक की अवधि में कई राजनेताओं, खिलाड़ियों और आम नागरिकों के गुजर जाने पर शोक व्यक्त किया गया। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, संसदीय कार्यमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, आजसू पार्टी के सुदेश महतो, भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह, निर्दलीय सरयू राय और अमित महतो की ओर से भी शोक व्यक्त किया गया। सभी दलों के नेताओं ने पूर्व लालचंद महतो, सुशील कुमार मोदी के अलावा हीराराम तूफानी, महेंद्र नारायण यादव, शांति देवी, एल. रामदास, डॉ. रमेश शरण और बुधवा उरांव समेत अन्य लोगों के निधन पर शोक-संवेदना जताई गई।

सत्र की शुरुआत में विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें 2024-25 के लिए पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा कई विधेयक भी पेश किए जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड की पंचम विधानसभा की कार्यवाही 6 जनवरी 2020 को शुरू हुई और अब अपने कार्य के दिवस को पूरा करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र उपलब्धियों से भरे रहे हैं। इन सत्रों में सभी ने अपने कार्य और व्यवहार की ओर से संसदीय परंपराओं को उच्चतर प्रतिमानों तक पहुंचाने का प्रयास किया है, जिसके लिए सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं। वहीं, इसके बाद सदन की कार्यवाही 29 जुलाई पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसी दिन वित्तीय वर्ष 2024-25 का पहला अनुपूरक बजट पेश होगा। ज्ञात हो कि यह विधानसभा मानसून सत्र हेमंत सरकार के कार्यालय का अंतिम सत्र है।