Edited By Khushi, Updated: 11 Aug, 2024 06:23 PM
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में प्रदेश भाजपा की युवा आक्रोश रैली को लेकर बृहद सांगठनिक बैठक आयोजित संपन्न हुई। इस बैठक में असम सरकार के मुख्यमंत्री एवं विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा मौजूद...
रांची: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में प्रदेश भाजपा की युवा आक्रोश रैली को लेकर बृहद सांगठनिक बैठक आयोजित संपन्न हुई। इस बैठक में असम सरकार के मुख्यमंत्री एवं विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा मौजूद रहे।
बैठक में विशेष तौर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आगामी 23 अगस्त को होने वाले युवा आक्रोश रैली को लेकर योजना को लेकर रणनीति तैयार की गई। बैठक के उपरांत झारखंड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि चुनाव प्रचार के समय में झारखंड के मुख्यमंत्री ने युवाओं से वादा किया था कि 5 लाख नौकरियां युवाओं को दी जाएगी और जब तक नौकरियां नहीं मिलती तब तक 5 हजार और 7 हजार का भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगस्त महीना समाप्त हो जाने के बाद 5 लाख नौकरियां एवं भत्ता मिलने की संभावना खत्म हो जाएगी। इन्हीं सभी वर्तमान राज्य सरकार के वादाखिलाफी को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के द्वारा युवा आक्रोश रैली निकाली जाएगी जो पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा और इस रैली निकालने का उद्देश्य होगा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी का मुख्यमंत्री इस प्रकार से युवाओं से वादा खिलाफी ना कर सके।
घुसपैठियों को लेकर पूछे गए सवाल पर हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि सबसे पहले ये तो मानना होगा कि घुसपैठिया आये हैं। मैंने इलेक्टोरल लिस्ट का विश्लेषण किया था, अभी हमारा 19 विधानसभा ऐसा हो चुका है जिसमें हर विधानसभा में कम से कम 20% एक विशेष समुदाय का लोग बना है वोटर, लेकिन 2019 में ये संख्या नहीं था। 2014 में ये संख्या नहीं था तो एक का भी नाम वोटर लिस्ट में आने से पहले उसकी जांच होना चाहिये। एक भी आधार कार्ड बनता है तो उसकी जांच होना चाहिए कि ये व्यक्ति यहां का है ये दूसरा प्रदेश बांग्लादेश से आए हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में अभी तुष्टिकरण का कॉम्पिटिशन हुआ। हिसाब लगा के बैठा है कि ये 20% वोट अगर हमको रेडीमेड मिल जाता है तो चुनाव जीतना आसान हो जाएगा। अभी जो बांग्लादेश में हो रहा है वही सब पाकुड़ मे हो रहा है और आने वाले 10 साल में अगर हम लोग जिंदा रहे तो वही चीज जो आज बांग्लादेश में हो रहा वही यहां देखने को मिलेगा।