Jharkhand News: बंगाल ने आलू के लिए झारखंड को किया परेशान तो UP ने सप्लाई कर किया समाधान

Edited By Harman, Updated: 06 Dec, 2024 12:14 PM

when bengal troubled jharkhand for potatoes

ममता सरकार के तुगलकी फरमान के कारण झारखंड में आलू की सप्लाई पर रोक जारी है। ट्रकों को झारखंड की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। वहीं अब यूपी सरकार द्वारा आलू की सप्लाई करने से झारखंड के लोगों को राहत मिली है।

रांची: ममता सरकार के तुगलकी फरमान के कारण झारखंड में आलू की सप्लाई पर रोक जारी है। ट्रकों को झारखंड की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। वहीं अब यूपी सरकार द्वारा आलू की सप्लाई करने से झारखंड के लोगों को राहत मिली है।

बता दें कि रांची के थोक बाजार में गुरुवार को उत्तर प्रदेश से 30 ट्रक आलू पहुंचे। आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष मदन कुमार का कहना है कि उत्तर प्रदेश से बढ़ी सप्लाई के कारण बाजार में स्थिति सुधर रही है। रांची की थोक मंडी में आलू के दाम 3 रुपए तक कम हुए हैं। हालांकि, खुदरा बाजार में आलू अभी भी 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। बहरहाल बंगाल से सप्लाई रोके जाने के बाद उत्तर प्रदेश आलू सप्लाई होने से झारखंड को फिलहाल राहत जरूर मिली है। मगर प्रति बोरा 400 रुपए की वृद्धि ने आम लोगों के बजट पर जरूर असर डाला है।

दरअसल, आलू का भंडार बनाए रखने और इसकी कीमत को नियंत्रित करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने अंतरराज्यीय आपूर्ति पर कथित रूप से पाबंदी लगा दी है। वहीं, पश्चिम बंगाल पुलिस ने दूसरे राज्यों में आलू के निर्यात पर अंकुश लगाने के लिए सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। पुलिस जांच के दौरान आलू से लदे सैकड़ों ट्रकों को वापस भेज दिया जा रहा है। इस कदम से व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल पूरे वर्ष झारखंड की आलू की 60 प्रतिशत मांग को पूरा करता है, जबकि शेष मांग उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और स्थानीय उत्पादन से पूरी होती है।

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