Edited By Ramanjot, Updated: 04 Aug, 2024 01:23 PM
बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा मामलों के विभाग ने शनिवार को एक बयान जारी कर बताया, “केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने युग युगीन भारत संग्रहालय विषय पर राष्ट्रीय राजधानी के भारत मंडपम में एक अगस्त से तीन अगस्त, 2024 तक एक राज्य संग्रहालय सम्मेलन का...
पटना: केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से दिल्ली में ‘युग युगीन भारत संग्रहालय' विषय पर आयोजित तीन दिवसीय राज्य संग्रहालय सम्मेलन के दौरान बिहार को ‘पूर्वी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति पुरस्कार' मिला।
बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा मामलों के विभाग ने शनिवार को एक बयान जारी कर बताया, “केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने युग युगीन भारत संग्रहालय विषय पर राष्ट्रीय राजधानी के भारत मंडपम में एक अगस्त से तीन अगस्त, 2024 तक एक राज्य संग्रहालय सम्मेलन का आयोजन किया।” बयान के अनुसार, सम्मेलन में सभी 28 राज्यों और आठ केंद्र-शासित प्रदेशों की टीम ने हिस्सा लिया और अपने-अपने संग्रहालयों पर प्रस्तुतियां दीं।
बिहार सरकार में निदेशक (संग्रहालय) राहुल कुमार ने राज्य की तरफ से प्रस्तुति दी, जिसे पूर्वी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति का पुरस्कार मिला। कुमार ने शनिवार को यह पुरस्कार प्राप्त किया। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक अगस्त को इस सम्मेलन का उद्घाटन किया था। देशभर से 150 प्रतिभागी इसमें शामिल हुए।
पटना में 2015 में की गई थी बिहार संग्रहालय की शुरुआत
बता दें कि बिहार में संग्रहालय निर्माण और पुरातात्विक अवशेषों के संरक्षण को लेकर नीतीश सरकार ने कई विशेष पहल की है। पटना में बेली रोड में निर्मित बिहार संग्रहालय की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई। इसकी स्थापना का ध्येय इस क्षेत्र के हजारों वर्ष के इतिहास को सामने लाना तथा बिहार की समृद्ध विरासत एवं ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक आकर्षणों का पता लगाना था ताकि स्थानीय निवासियों और विश्व के चारों ओर से आए आगंतुकों के लिए यह संग्रहालय प्रेरक बन सके।