Edited By Ramanjot, Updated: 29 Jan, 2024 12:38 PM
Bihar Politics: नोटिस में कहा गया है कि अब सदन का सभाध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी में विश्वास नहीं रहा है। अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी, पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद, जदयू के...
Bihar Politics: बिहार में एनडीए सरकार ने सत्ता में आते ही राजद के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी (Awadh Bihari Choudhary) को पद से हटाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अवध बिहारी चौधरी (Awadh Bihari Choudhary) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
मांझी सहित कई और विधायकों के हस्ताक्षर
नोटिस में कहा गया है कि अब सदन का सभाध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी में विश्वास नहीं रहा है। अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी, पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद, जदयू के रत्नेश सदा समेत कई और विधायकों के हस्ताक्षर हैं। अगर आरजेडी नेता अवध बिहारी चौधरी अगर स्पीकर पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बहुमत से हटाया जाएगा
चौधरी को बहुमत से हटाने की तैयारी
गौरतलब है कि अगस्त 2022 में महागठबंधन सरकार बनने के बाद चौधरी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कोटे से विधानसभा अध्यक्ष बने थे। अब जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद की अगुवाई वाले महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ सरकार बनाई है तब चौधरी के सभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देने पर उन्हें बहुमत से हटाने को तैयारी की जा रही है। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 128 और महागठबंधन के 114 विधायक है जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के विधायक अख्तरुल ईमान किसी गठबंधन के साथ नहीं हैं।