Edited By Ramanjot, Updated: 30 Sep, 2024 11:05 AM
जनसुराज के संस्थापक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वह न तो इस दल के नेता होंगे और न ही नेतृत्व परिषद में शामिल होंगे। वह पहले की तरह ही दल बनने के बाद भी बिहार की पदयात्रा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल बनने के बाद अगले साल की शुरुआत में...
पटना: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने घोषणा की की दो अक्टूबर को जन सुराज राजनीतिक दल बनने जा रहा है। किशोर ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दल का स्थापना कार्यक्रम पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में दोपहर दो बजे होगा। इस कार्यक्रम में जन सुराज से जुड़े बिहार के लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर को पार्टी की स्थापना के दिन जन सुराज के नेता यानी अध्यक्ष, नेतृत्व परिषद और पार्टी के संविधान की घोषणा भी की जाएगी।
"पहले की तरह जारी रखेंगे पदयात्रा"
जनसुराज के संस्थापक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वह न तो इस दल के नेता होंगे और न ही नेतृत्व परिषद में शामिल होंगे। वह पहले की तरह ही दल बनने के बाद भी बिहार की पदयात्रा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल बनने के बाद अगले साल की शुरुआत में फरवरी-मार्च के महीने में पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से जन सुराज बिहार के समग्र विकास के लिए अपना ब्लूप्रिंट जारी करेगा और बिहार के लोगों को बताया जाएगा कैसे बिहार भी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकता है। बिहार के हर एक पंचायत का अलग-अलग घोषणापत्र भी जारी किया जाएगा।
"गांवों में झगड़े और संघर्ष की वजह बन रहा जमीन सर्वे"
जनसुराज के संस्थापक ने जमीन सर्वे के मुद्दे पर कहा कि यह गांवों में झगड़े और संघर्ष की वजह बन रहा है। नीतीश सरकार द्वारा किया गया जमीन सर्वे अगले छह महीने में हर घर और गांव में झगड़े का कारण बनेगा और हाल की घटनाओं ने यह साबित भी कर दिया है। स्मार्ट मीटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर का उपयोग शुरू किया है वे अब इसके खिलाफ हो गए हैं क्योंकि उनके बिजली बिल में भारी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि लोगों के मन में यह धारणा बन गई है कि स्मार्ट मीटर के कारण वह ठगे जा रहे हैं।