Edited By Nitika, Updated: 21 Oct, 2020 02:12 PM
बिहार का मधुबनी विधानसभा सीट (Madhubani Assembly Seat) मधुबनी लोकसभा के तहत आता है। 1951 में मधुबनी सीट अस्तित्व में आया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी कैंडिडेट हरिनाथ मिश्रा ने चुनाव में जीत हासिल...
मधुबनीः बिहार का मधुबनी विधानसभा सीट (Madhubani Assembly Seat) मधुबनी लोकसभा के तहत आता है। 1951 में मधुबनी सीट अस्तित्व में आया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट हरिनाथ मिश्रा ने चुनाव में जीत हासिल की थी।
1957 में मधुबनी सीट पर हुए चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट राम कृष्ण महतो ने जनता का समर्थन जीत लिया था। 1962 के चुनाव में भी मधुबनी सीट से कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट ब्रज बिहारी शर्मा ने जीत हासिल किया था। वहीं 1967 के चुनाव में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट एस अंसारी ने जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 1969 के चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट सूर्य नारायण सिंह ने जनता का भरोसा हासिल किया था। 1972 में एसओपी के कैंडिडेट सूर्य नारायण सिंह ने एक बार फिर मधुबनी में जीत हासिल किया था।
1977 में जनता पार्टी की टिकट पर मधुबनी से दिगंबर ठाकुर ने आम जनता का भरोसा जीत लिया था। 1980 में जेएनपी (एससी) पार्टी से राजकुमार महासेठ ने मधुबनी सीट से सभी विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। वहीं 1985 में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट पदमा चौबे ने मधुबनी की जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 1990 में निर्दलीय कैंडिडेट राजकुमार महासेठ ने मधुबनी में जीत हासिल किया था। वहीं 1995 में जनता दल के टिकट पर राजकुमार महासेठ ने मधुबनी में एक बार फिर जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 2000, 2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बीजेपी (BJP) की टिकट पर रामदेव महतो ने लगातार 3 बार जीत हासिल किया था। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में मधुबनी सीट से आरजेडी (RJD) की टिकट पर समीर कुमार महासेठ ने जीत का परचम लहरा दिया था।
विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में मधुबनी सीट से आरजेडी (RJD) के टिकट पर समीर कुमार महासेठ ने जीत हासिल की थी। समीर कुमार महासेठ ने चुनाव में 76 हजार 823 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट रामदेव महतो को 69 हजार 516 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से समीर कुमार महासेठ ने रामदेव महतो को 7 हजार 307 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं नोटा तीसरे नंबर पर रही थी। मधुबनी की जनता ने 4 हजार 282 वोट नोटा पर गिराया था।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में मधुबनी सीट से बीजेपी (BJP) की टिकट पर रामदेव महतो ने जीत हासिल की थी। रामदेव महतो ने चुनाव में 44 हजार 817 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट नैयर आजम ने 44 हजार 229 वोट हासिल किया था। इस तरह से रामदेव महतो ने नैयर आजम को महज 588 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट किशोर कुमार झा, 10 हजार 291 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में मधुबनी सीट से बीजेपी (BJP) कैंडिडेट रामदेव महतो ने जीत हासिल की थी। रामदेव महतो ने चुनाव में 38 हजार 7 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट असलम को 26 हजार 55 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामदेव महतो ने असलम को 11 हजार 952 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट राजकुमार महासेठ, 22 हजार 870 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।