Edited By Khushi, Updated: 20 Mar, 2025 02:58 PM
Mainiyaan Samman Yojana: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की सत्ता में वापसी मंइयां सम्मान योजना (Mainiyaan Samman Yojana) के कारण हुई, लेकिन कई ऐसी लाभुक महिलाएं हैं जिन्हें योजना की राशि नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से अब पारिवारिक झगड़े देखने को मिल...
Mainiyaan Samman Yojana: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की सत्ता में वापसी मंइयां सम्मान योजना (Mainiyaan Samman Yojana) के कारण हुई, लेकिन कई ऐसी लाभुक महिलाएं हैं जिन्हें योजना की राशि नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से अब पारिवारिक झगड़े देखने को मिल रहे हैं।

मुस्लिम महिलाएं रोजा रखकर प्रखंड कार्यालयों में पहुंच रही हैं
कई महिलाओं ने इसे लेकर अपनी आपबीती बताई है। एक शख्स ने कहा कि बगल के पड़ोसी परिवार में मंईयां सम्मान योजना की राशि मिल रही है। मगर हमारी पत्नी को इस लाभ से वंचित कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में हर दिन हम पति-पत्नी के बीच राशि के लिए झगड़ा हो रहा है। उन्होंने अधिकारी से कहा कि योजना का लाभ दिला दीजिए तो घर में शांति आ जाएगी। वहीं एक महिला ने कहा कि सर, हमारी जेठानी को लाभ मिल रहा है। हमें नहीं मिल रहा है। इस कारण सास से सुनना पड़ता है। बता दें कि मंईयां सम्मान योजना के लाभ लेने के लिए कार्यालयों में महिलाओं की भीड़ लग रही है। सुबह से ही दर्जनों महिलाएं कतार में खड़ी हो जाती है और अपनी बारी का इंतजार करती है। भीषण गर्मी में महिलाएं कार्यालयों में पहुंचकर पूछ रही है कि आखिर उन्हें क्यों मंइयां सम्मान योजना के लाभ से वंचित किया गया है। वहीं, मुस्लिम महिलाएं रोजा रखकर प्रखंड कार्यालयों में पहुंच रही हैं। कार्यालय में मंईयां सम्मान योजना के लाभ से वंचित होने वाली महिलाओं की सूची चिपका दी गई है। जिन महिलाओं का सूची में नाम है वह यह जानने की कोशिश कर रही है उनका नाम नाम काटा गया या होल्ड पर रखा गया है।
"सरकार की यह दोहरी नीति सही नहीं है"
महिलाओं का कहना है कि कोई भी पदाधिकारी महिलाओं के सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। कई महिलाओं का कहना है कि 2500 रुपये का पहला किस्त मिलने के बाद ही हम लोगों के खाते को होल्ड पर रख दिया गया है। जबकि कई सुखी- सम्पन्न परिवार वाले को योजना का लाभ दिया जा रहा है। सरकार की यह दोहरी नीति सही नहीं है। वहीं, जिन महिलाओं का नाम योजना से काट दिया गया है वह काफी नाराज दिखी। उनका कहना है कि पांच किस्त राशि मिलने के बाद जब एक साथ 7500 रुपये देने की बारी आई तो उसका नाम ही काट दिया गया। जबकि हमारे घर के पास की कई महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा है। अगर सरकार को योजना की राशि देनी है तो सभी को दें। इस तरह का भेदभाव न करे। महिलाओं का कहना है कि मंईयां सम्मान योजना के चक्कर में सरकार हमारा पेंशन भी बंद कर दिया गया है। कई माह से पेंशन नहीं मिल रही है। आधार कार्ड से मोबाइल लिंक कराने सीएचसी केंद्र पहुंची हूं। एक ने कहा कि हमारे साथ धोखा हुआ है। सभी किस्त मिले हैं, मगर 7500 की राशि नहीं मिली। 3 दिनों से सीएससी सेंटर का चक्कर लगा रही हूं। पता नहीं क्या होगा। सरकार हमें भी योजना का लाभ दे।