Edited By Ramanjot, Updated: 17 Mar, 2025 09:41 PM

मत्स्य निदेशक, बिहार की अध्यक्षता में विकास भवन, नया सचिवालय स्थित कार्यालय में आज राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित मत्स्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
पटना: मत्स्य निदेशक, बिहार की अध्यक्षता में विकास भवन, नया सचिवालय स्थित कार्यालय में आज राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित मत्स्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सुपौल, सिवान, रोहतास, पटना, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और बांका जिलों के जिला मत्स्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। निदेशक ने योजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को योजनाओं को समयबद्ध और प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मत्स्य क्षेत्र के सतत विकास के लिए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन अत्यंत आवश्यक है।
बैठक में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत तालाब निर्माण और उन्नत इनपुट योजना की प्रगति की समीक्षा की गई। इसमें सुपौल में 14.39 हेक्टेयर, सिवान में 40.19 हेक्टेयर, रोहतास में 121.74 हेक्टेयर, पटना में 24.68 हेक्टेयर, पश्चिम चंपारण में 210.64 हेक्टेयर, पूर्वी चंपारण में 35.04 हेक्टेयर और बांका में 1267.62 हेक्टेयर तालाब निर्माण और उन्नत इनपुट कार्य पूरे किए गए हैं। यह उपलब्धि मत्स्य क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राज्य योजना के अंतर्गत निजी तालाबों के जीर्णोद्धार में भी उल्लेखनीय कार्य हुआ है। इसमें सुपौल में 5.45 हेक्टेयर, सिवान में 9.56 हेक्टेयर, रोहतास में 5.10 हेक्टेयर, पटना में 8.90 हेक्टेयर, पश्चिम चंपारण में 11.79 हेक्टेयर, पूर्वी चंपारण में 8.39 हेक्टेयर और बांका में 5.43 हेक्टेयर की उपलब्धि प्राप्त हुई है।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 में संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना तथा राज्य प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान यह पाया गया कि कुछ घटकों में निर्धारित लक्ष्य के अनुपात में कम राशि व्यय हुई है, जिससे योजनाओं की पूर्ण उपलब्धि प्रभावित हो रही है।
निदेशक मत्स्य ने सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने जिलों में निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप शीघ्र आवेदन सृजित कर जिला स्तरीय समिति के माध्यम से लाभार्थियों का चयन सुनिश्चित करें। इसके बाद, योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए समयबद्ध कार्यादेश निर्गत करने के निर्देश दिए गए, ताकि लक्ष्य की शत-प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित हो सके।
इस बैठक में सुपौल, सिवान, रोहतास, पटना, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और बांका जिलों के जिला मत्स्य पदाधिकारी, उप निदेशक मत्स्य, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, मत्स्य विकास पदाधिकारी, परियोजना समन्वयक और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता को बढ़ावा देना था, ताकि बिहार में मत्स्य क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके।