Edited By Swati Sharma, Updated: 10 Jun, 2023 04:22 PM

Bihar News:‘जाको राखे साईंया, मार सके ना कोय' की पंक्ति एक युवक पर पूरी तरह से सही बैठती है। जिस बेटे को मरा समझ माता-पिता ने दफना दिया था, वो अब 8 महीने बाद अचानक जिंदा घर लौट आया। बेटे को अपनी आंखों के सामने खड़ा देखकर माता-पिता की खुशी का ठिकाना...
मुजफ्फरपुरः ‘जाको राखे साईंया, मार सके ना कोय' की पंक्ति एक युवक पर पूरी तरह से सही बैठती है। जिस बेटे को मरा समझ माता-पिता ने दफना दिया था, वो अब 8 महीने बाद अचानक जिंदा घर लौट आया। बेटे को अपनी आंखों के सामने खड़ा देखकर माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह मामला है बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के एक छोटे से गांव का।

अचानक घर वापस आ गया युवक
जानकारी के मुताबिक, घटना मुजफ्फरपुर जिले के तुर्की ओपी क्षेत्र के तारसन गांव की है। युवक की पहचान मोहम्मद एहतम अंसारी के रूप में हुई है। दरअसल, 8 महीने पहले मोहम्मद एहतम अंसारी को चोरी के आरोप में पीट-पीटकर चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया था। इसके बाद परिजनों ने किसी और के शव को अपने बेटे रूप में शिनाख्त कर अंतिम संस्कार कर दिया था, लेकिन वह 7 जून की रात अचानक घर वापस आ गया। वहीं 8 महीने बाद लौटे मोहम्मद एहतम अंसारी को देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ हैं।
क्या था मामला?
बताया जा रहा है कि 2022 को तारसन गांव का रहने वाला मोहम्मद एहतम अंसारी काम करने के लिए दिल्ली गया हुआ था। वहां से वह किसी काम को लेकर लखनऊ जा रहा था। इसी बीच ट्रेन में मोबाइल चोरी करने के आरोप में लोगों ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी और फिर उसको चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। इसी दौरान दूसरी तरफ से आ रही ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो जाने की सूचना सभी को मिली। एहतम के परिजनों ने उत्तर प्रदेश पुलिस से संपर्क किया। पुलिस का कहना था कि मोहम्मद एहतम अंसारी की मौत हो गई है। इसके बाद एहतम के पिता वहां पहुंचे और शव की पहचान की। फिर उसे दफना दिया गया था।

युवक की चली गई थी याददाश्त
युवक ने घर पहुंचने के बाद अपने परिजनों को बताया कि वह ट्रेन से गिरकर जख्मी हो गया था और फिर वह जैसे-तैसे गुजरात पहुंचा। जिसके बाद वह एक आश्रम में रहने लगा। उसकी याददाश्त चली गई थी। कुछ दिन पहले की उसे याद आया कि वह मुजफ्फरपुर का रहने वाला है।