Edited By Swati Sharma, Updated: 31 Mar, 2023 10:53 AM
खान संबंधी मामलों की आयुक्त हरजोत कौर बमराह ने कहा कि बिहार में अब तक का सबसे बड़ा खनिज भंडार मिला है, ऐसे खनिजों की खोज महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इनकी नीलामी के लिए एसबीआईकैप्स के साथ काम करेगी और उन नियमों तथा शर्तों का भी सुझाव...
पटना: बिहार के लोगों के लिए खुशी का समय है। क्योंकि गया में पातालगंगा, रोहतास जिले के कुछ हिस्सों और जमुई जिले के मजोस के पास अन्वेषण में लाखों टन खनिज भंडार की मौजूदगी का पता चला है। वहीं राज्य सरकार मिले खनिजों की नीलामी करने की तैयारी में जुट गई है।
"बिहार में मिला अब तक का सबसे बड़ा खनिज भंडार"
खान संबंधी मामलों की आयुक्त हरजोत कौर बमराह ने कहा कि बिहार में अब तक का सबसे बड़ा खनिज भंडार मिला है, ऐसे खनिजों की खोज महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इनकी नीलामी के लिए एसबीआईकैप्स के साथ काम करेगी और उन नियमों तथा शर्तों का भी सुझाव देगी, जिनके आधार पर नीलामी की जा सकती है। हमें अन्वेषण गतिविधियों को शुरू करने से पहले संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ये भंडार वन क्षेत्रों में नहीं हैं।''
जमुई में 6,000 करोड़ के आयरन की नीलामी का लिया गया फैसला
हरजोत कौर बमराह ने कहा कि खान एवं भूविज्ञान विभाग ने जमुई में 6,000 करोड़ रुपए के आयरन की नीलामी करने का फैसला भी किया है। बम्हरा ने कहा कि रोहतास में पिपराडीह-भुरवा ब्लॉक में प्रारंभिक अन्वेषण (जी3 चरण) ने 12.46 वर्ग किमी गैर-वन क्षेत्र में 88.38 मिलियन टन ग्लूकोनाइट स्थापित किया है। जबकि मैग्नेटाइट, एक रॉक खनिज, मुख्य लौह अयस्कों में से एक है, ग्लूकोनाइट एक हरे रंग का खनिज है और संरचनात्मक रूप से अभ्रक के समान है।