Edited By Ramanjot, Updated: 04 Aug, 2022 10:44 AM
ये तीनों नदियां शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, मधुबनी, खगड़ियां और पूर्णिया जैसे जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मधुबनी जिले के जयनगर और झंझारपुर को छोड़कर बाकी जगहों पर कमला बलान में जलस्तर बढ़ रहा है। जयनगर और झंझारपुर में...
पटनाः कई नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण बिहार के उत्तरी जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जल संसाधन विभाग ने यह जानकारी दी। उसने बताया कि नेपाल और सीमा से सटे राज्य के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने के बाद पिछले कुछ दिनों में कोसी, कमला बलान एवं बागमती नदियों में जलस्तर बढ़ गया है।
ये तीनों नदियां शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, मधुबनी, खगड़ियां और पूर्णिया जैसे जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मधुबनी जिले के जयनगर और झंझारपुर को छोड़कर बाकी जगहों पर कमला बलान में जलस्तर बढ़ रहा है। जयनगर और झंझारपुर में कमला बलान में जलस्तर घटने लगा है। जल संसाधन विभाग ने बताया कि उसके दल बैराजों एवं तटबंधों पर चौबीसों घंटे नजर रख रहे हैं।
इस बीच, गंगा में भी जलस्तर बढ़ा है तथा पटना जिले में गांधी घाट एवं हाथीदाह में जलस्तर खतरे के निशान से बस एक मीटर नीचे है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस नदी के आसपास के क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया। वह कोविड-19 संक्रमित होने के बाद पिछले एक पखवाड़े से घर में ही थे और वह हाल में ही संक्रमणमुक्त हुए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चौकस रहने एवं किसी भी आकस्मिक स्थित के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।