Edited By Ramanjot, Updated: 18 May, 2021 03:28 PM
विश्वविद्यालय के कुलपति आर के सोहने ने मंगलवार को बताया कि धान की दो नवीन किस्म सबौर संपन्न और सबौर हर्षित किस्म के बीज भी किसानों को दिया जाएगा। सबौर श्री, सबौर दीप, सबौर अर्धजल, भागलपुरी कतरनी, राजेंद्र मंसूरी-1, राजेंद्र श्वेता, राजेंद्र कश्तूरी,...
नई दिल्लीः बिहार कृषि विश्वविद्यालय किसानों को धान के दो नवीन किस्मों सबौर के साथ ही अरहर, उड़द और मक्का की उन्नत किस्मों के बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध कराएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति आर के सोहने ने मंगलवार को बताया कि धान की दो नवीन किस्म सबौर संपन्न और सबौर हर्षित किस्म के बीज भी किसानों को दिया जाएगा। सबौर श्री, सबौर दीप, सबौर अर्धजल, भागलपुरी कतरनी, राजेंद्र मंसूरी-1, राजेंद्र श्वेता, राजेंद्र कश्तूरी, राजेंद्र सुवासनी और कई अन्य किस्मों के प्रजनक, आधार, प्रमाणित और सत्यापित बीज उपलब्ध कराया जाएगा।
डॉ. सोहने ने बताया कि बिहार में दलहन के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को अरहर की आईपीए 203 तथा उड़द के आईपीयू 2/43 और पीयू 35 किस्म के बीज भी उपलब्ध कराए जाएंगे। मक्का का क्वालिटी प्रोटीन मेज (क्यू पी एम) भी किसानों को दिया जाएगा जिससे वे अपनी आय बढ़ा सकें। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने अधिक से अधिक किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराने की नीति के तहत इस वर्ष खरीफ के दौरान धान, उड़द, मखाना और तिल के 7668 क्विंटल प्रजानक, आधार, प्रमाणित और स्त्यापित बीज उत्पादन की योजना तैयार की है जो पिछले साल से 11 प्रतिशत अधिक है।
विश्वविद्यालय ने पिछले साल विभिन्न फसलों का 6874 क्विंटल प्रजनाक, आधार, प्रमाणित और सत्यापित बीज का उत्पादन किया था। बिहार सरकार को भी 110 क्विंटल प्रजानक बीज दिया जा रहा है जिससे किसानों को अधिक मात्रा में गुणवत्तापूर्ण बीज समय पर उपलब्ध कराया जा सके। विश्वविद्यालय समय-समय पर किसानों को बागवानी फसलों, सब्जियों, रोपण सामग्री और कई अन्य तरह की जरुरी वस्तुएं उपलब्ध कराता है। कोविड संक्रमण के दौरान किसानों के लिए कई प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।