Edited By Swati Sharma, Updated: 12 Jul, 2023 11:01 AM

रेलवे में 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले में आरोप पत्र दायर होने के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद प्रसाद यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों के हंगामे के बीच विधानसभा में बिहार माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2023...
पटना: रेलवे में 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले में आरोप पत्र दायर होने के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद प्रसाद यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों के हंगामे के बीच विधानसभा में बिहार माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2023 पारित हो गया।
सभा की कार्यवाही भोजनावकाश बाद शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने फिर से तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफे की मांग उठाई और कहा कि रेलवे में 'नौकरी के बदले जमीन घोटाले' में आरोप पत्र दायर होने के बाद उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। भाजपा सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच आ गए। सभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के हंगामा कर रहे भाजपा सदस्यों से अपनी सीट पर लौटने का अनुरोध किया लेकिन वे नहीं माने। सभा अध्यक्ष ने हंगामे के बीच वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी से‘‘बिहार माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2023‘'सदन में पेश करने को कहा। सदन में शोर-शराबे के बीच विधेयक पारित हो गया।
चौधरी ने विधेयक के उद्देश्य के बारे में कहा कि इसे संसद द्वारा जीएसटी कानून में किए गए संशोधनों के अनुरूप उपयुक्त संशोधन के लिए लाया गया है। जीएसटी का क्षेत्राधिकार राष्ट्रीय स्तर का है और कर चोरी रोकने के लिए बिहार में भी ऐसा ही संशोधन करना जरूरी है। माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2023 ध्वनि मत से पारित होने के बाद सभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।