Edited By Ramanjot, Updated: 19 Apr, 2025 06:21 PM

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक इंटरव्यू के दौरान संकेत दिया कि वे अब राष्ट्रीय राजनीति से ज्यादा राज्य की राजनीति में सक्रिय होना चाहते हैं।
पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक इंटरव्यू के दौरान संकेत दिया कि वे अब राष्ट्रीय राजनीति से ज्यादा राज्य की राजनीति में सक्रिय होना चाहते हैं। उनका कहना है कि अब उनका मन दिल्ली की बजाय बिहार की ओर अधिक आकर्षित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति की नींव “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” विजन पर रखी गई है और यह विजन उन्हें उनकी जड़ों की ओर खींचता है। चिराग ने साफ किया कि उनके पिता रामविलास पासवान भले ही केंद्र में ज्यादा सक्रिय रहे हों, लेकिन उनकी खुद की प्राथमिकता बिहार ही है।
2030 से पहले पूरी तरह होंगे बिहार में एक्टिव
हालांकि चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनेंगे, लेकिन 2030 से पहले वे पूरी तरह से राज्य की राजनीति में लौट आएंगे। मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं सीएम बनूंगा या नहीं, लेकिन अगर मौका मिला, तो मैं जरूर बिहार लौटना चाहूंगा।”
युवा और कार्यकर्ताओं का मिल रहा समर्थन
चिराग ने बताया कि बिहार में उनकी जनसभाओं में युवाओं की जबरदस्त मौजूदगी और कार्यकर्ताओं की मांग उन्हें इस दिशा में प्रेरित कर रही है। उन्होंने कहा, “जनता अगर जिम्मेदारी सौंपना चाहती है तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।”
एनडीए के साथ चुनावी मैदान में रहेंगे
बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चिराग ने भरोसा जताया कि एनडीए गठबंधन एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि जनता को “डबल इंजन सरकार” पर पूरा भरोसा है।