Edited By Ramanjot, Updated: 19 Dec, 2025 05:43 PM

Jitan Ram Manjhi: वीडियो में मांझी मगही बोली में यह कहते सुने जा सकते हैं, “वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार 2,700 वोट से पीछे था। उसने मुझे फोन किया, मैंने संबंधित अधिकारी को फोन किया। आखिरकार उसे विजेता घोषित किया गया।” हालांकि 'पंजाब...
Jitan Ram Manjhi: बिहार में उस वीडियो को लेकर एक नया विवाद उत्पन्न हो गया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) कथित तौर पर विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से पीछे चल रहे एक उम्मीदवार की "मदद" करने की बात कहते नजर आ रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि वीडियो मांझी के लोकसभा क्षेत्र गया में बनाया गया है।
यह वीडियो हाल में हुए विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) में करारी हार झेल चुके विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (RJD)-कांग्रेस गठबंधन ने साझा किया है और इसे भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा “वोट चोरी का “सबूत” बताया है। हालांकि, मांझी ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वीडियो से छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है। वीडियो में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) प्रमुख मांझी को टिकारी विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी एक घटना का जिक्र करते हुए सुना जा सकता है। टिकारी सीट पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन पिछले महीने हुए चुनाव में वह राजद से हार गए।
वायरल वीडियो में क्या बोल रहे हैं मांझी?
वीडियो में मांझी मगही बोली में यह कहते सुने जा सकते हैं, “वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार 2,700 वोट से पीछे था। उसने मुझे फोन किया, मैंने संबंधित अधिकारी को फोन किया। आखिरकार उसे विजेता घोषित किया गया।” हालांकि 'पंजाब केसरी' इस वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता। वीडियो में मांझी कहते सुने गए, “इस बार उम्मीदवार 1,600 वोट से हार गया। लेकिन उसने मुझसे संपर्क करने के बजाय हार स्वीकार कर ली। गया के तत्कालीन जिलाधिकारी, जो अब त्रिपुरा में पदस्थापित हैं, ने मुझसे फोन पर पूछा कि इस बार क्या गड़बड़ी हुई। जब उम्मीदवार मुझसे संपर्क किए बिना घर लौट गया, तो मैं कुछ नहीं कर सकता था।”
"यह वोट चोरी नहीं, बल्कि वोट डकैती है- कांग्रेस
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने टिकारी सीट तो हासिल कर ली, लेकिन पांच साल पहले की 75 सीट की तुलना में इस बार महज 25 सीट पर सिमट गई। विपक्षी दल राजद ने आरोप लगाया कि मोदी ने निर्वाचन आयोग की मदद से हालिया चुनाव में “हमारे युवा और क्रांतिकारी नेता तेजस्वी यादव की राजनीतिक हत्या का असफल प्रयास” किया। बिहार कांग्रेस प्रवक्ता आसित नाथ तिवारी ने भी इसी तरह की भावना दोहराते हुए आरोप लगाया, “हाल में संसद के भीतर वोट चोरी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री बेहद आक्रामक थे। अब उनके ही मंत्रिमंडल सहयोगी की कथित स्वीकारोक्ति से संकेत मिलता है कि यह वोट चोरी नहीं, बल्कि वोट डकैती है।”
'मांझी एक ब्रांड बन चुका है, किसी से डरने वाला नहीं'
इस बीच, मांझी ने ‘एक्स' हैंडल पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मेरा एक वीडियो छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है, ऐसे लोग यह सोचते हैं कि वे एक मुसहर (महादलित समुदाय) के बेटे को बदनाम कर सकते हैं।” उन्होंने कहा, “मैं ऐसे सभी लोगों को बताना चाहता हूं कि मांझी अब एक ब्रांड बन चुका है। वह किसी से डरने वाला नहीं है।” बिहार के मंत्री एवं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैंने बिना काट-छांट वाला वीडियो देखा है। मांझी 2020 में मतगणना के कई घंटों तक रुके रहने की बात कर रहे थे, जब उनके उम्मीदवार अंतिम से एक राउंड पहले मामूली अंतर से पीछे थे। मतगणना पूरी होने के बाद उम्मीदवार को विजेता घोषित किया गया था।”