Edited By Swati Sharma, Updated: 03 Oct, 2023 01:11 PM

बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत है। वहीं, इसपर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत है। वहीं, इसपर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि सरकार पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए पहले से कई योजनाएं चल रही हु और आगे भी उनके अधिकारों और उत्थान के लिए लगातार योजनाएं चलती रहेगी।
'देश की मांग है कि जातीय गणना सभी राज्यों में करानी चाहिए'
ललन सिंह ने कहा कि बिहार सरकार की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। केंद्र सरकार और बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी इसे रोकने के लिए, लेकिन महागठबंधन की सरकार ने इस सर्वे को पूरा किया और रिपोर्ट भी सार्वजानिक की। ललन ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सुशील मोदी छपास रोग से ग्रसित हैं। वो अब बोल रहे हैं कि हम लोगों की पहल से ये गणना पूरी हुई हैं। माननीय मुख्यमंत्री और कई नेता प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिले थे गणना करवाने के लिए, लेकिन बीजेपी वालों ने इसे स्वीकार नहीं किया, जिसके बाद बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना कारवाई। देश की मांग है कि जातीय गणना सभी राज्यों में गणना करानी चाहिए।
ललन सिंह ने महिला आरक्षण बिल को बताया ढोंग
वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने महिला आरक्षण बिल को ढोंग बताया और कहा कि जब सरकार को महिला आरक्षण 10 साल के बाद लागू करना था तो फिर पार्लियामेंट में इवेंट मैनेज करने की क्या जरूरत थी? उन्होंने प्रधानमंत्री को इवेंट मैनेजर बताया। कई पत्रकारों पर रेड की खबर पर ललन सिंह ने कहा कि मीडिया के जो हेड है वो लोग गृहमंत्री के ग्रुप में हैं। जो मीडिया बीजेपी की आलोचना करेगा उनके यहां पर एजेंसी का छापा मरवाया जाता है। पार्टी की टूट पर सुशील मोदी पर तंज कसते हुए ललन सिंह ने कहा कि "बिल्ली के भागे शिकहर नहीं टूटता है", सुशील मोदी जी अपना पीठ थपथपाएं और इंतजार करें कि केंद्र सरकार उन्हें इसका इनाम कब देती है ।