Edited By Swati Sharma, Updated: 18 Dec, 2024 02:07 PM
आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय -2 के अंतर्गत बिहार सरकार द्वारा "हर खेत तक सिंचाई का पानी" कार्यक्रम के तहत हर संभव माध्यम से हर खेत को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने का कार्य निरंतर जारी है। इस कार्यक्रम के तहत हर संभव माध्यम से हर खेत तक सिंचाई का...
पटना: आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय -2 के अंतर्गत बिहार सरकार द्वारा "हर खेत तक सिंचाई का पानी" कार्यक्रम के तहत हर संभव माध्यम से हर खेत को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने का कार्य निरंतर जारी है। इस कार्यक्रम के तहत हर संभव माध्यम से हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जाना है।
'हर खेत तक सिंचाई का पानी' कार्यक्रम के तहत लघु जल संसाधन विभाग को एक एकड़ रकबा से बड़े आहर-पईन का जीर्णोद्धार कार्य, 2000 हे० तक कमाण्ड क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु वीयर / चेक डैम (15 मीटर से ज्यादा लम्बाई) का निर्माण एवं उदवह सिंचाई योजना का जीर्णोद्धार कार्य के अतिरिक्त निजी नलकूप एवं डगवेल सिंचाई योजना कार्य के क्रियान्वयन का दायित्व है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के विभिन्न जिलों में आहर-पइन और वीयर/ चेक डैम का निर्माण कार्य किए जा रहे हैं ताकि 2000 हेक्टेयर तक कमाण्ड क्षेत्र सिंचाई सुविधा से जुड़ सके।
वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2023-24 के दौरान अब तक 981 योजनाओं/ संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया, जिसके अंतर्गत आहर-पइन की 723, चेक डैम की 62, और उदवह सिंचाई योजना की 196 योजनाएं शामिल हैं। इन प्रयासों से लगभग 149029 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता पुनःस्थापित होगी और 38 लाख घन मीटर जल संचयन का पुनर्स्थापन होगा। लघु जल संसाधन विभाग इस महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर दृढ़ संकल्पित है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि राज्य के सभी किसानों तक सिंचाई की सुविधा पहुंचाई जा सके।