Edited By Ramanjot, Updated: 09 Dec, 2022 10:29 AM

जद(यू) नेता विजय कुमार चौधरी ने उपचुनाव के नतीजे को ‘अप्रत्याशित' बताया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘शुरूआत में, ऐसा प्रतीत हुआ कि स्थानीय कारकों ने उपचुनाव में सरकार की उपलब्धियों पर पानी फेर दिया।'' इस बीच, महागठबंधन के एक घटक दल भारतीय कम्युनिस्ट...
मुजफ्फरपुर/पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन गुरुवार को कुढ़नी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा और इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने जीत दर्ज की। नीतीश की पार्टी (जद-यू) ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवार मनोज सिंह कुशवाहा की हार के लिए स्थानीय कारकों को जिम्मेदार ठहराया।
जद(यू) नेता विजय कुमार चौधरी ने उपचुनाव के नतीजे को ‘अप्रत्याशित' बताया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘शुरूआत में, ऐसा प्रतीत हुआ कि स्थानीय कारकों ने उपचुनाव में सरकार की उपलब्धियों पर पानी फेर दिया।'' इस बीच, महागठबंधन के एक घटक दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(एमएल) के प्रदेश सचिव कुणाल ने एक बयान में आगाह करते हुए कहा, ‘‘उपचुनाव के नतीजे भाजपा विरोधी वोट में विभाजन को प्रदर्शित करते हैं। इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।''
उल्लेखनीय है कि केदार प्रसाद गुप्ता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार मनोज सिंह कुशवाहा को 3,645 मतों के अंतर से पराजित किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ ही महीने पहले भाजपा से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुए थे, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एक प्रमुख घटक दल है। वहीं एआईएमआईएम को 3,202 वोट मिले, जबकि 4,446 मतदाताओं ने ‘उपरोक्त में कोई नहीं' (नोटा) के लिए बटन दबाया। नोटा को मिले वोट विजेता उम्मीदवार के जीत के अंतर से अधिक है।