Edited By Swati Sharma, Updated: 03 Oct, 2023 11:28 AM

राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने जाति आधारित गणना की रिपोर्ट को लेकर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गांधी जयंती पर जातीय सर्वे का डाटा सार्वजनिक किया है। इसको लेकर सरकार को बधाई देते है और...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने जाति आधारित गणना की रिपोर्ट को लेकर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गांधी जयंती पर जातीय सर्वे का डाटा सार्वजनिक किया है। इसको लेकर सरकार को बधाई देते है और सरकार के इस कदम का स्वागत करते है। लेकिन इस रिपोर्ट में कई ख़ामिया हैं।
'सरकार ने हड़बड़ी में रिपोर्ट को किया सार्वजनिक'
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमको कई नेताओ ने जानकारी दी है कि हमसे और हमारे परिवार से किसी ने जात की जानकारी भी नहीं ली। बीपीएल जैसी सूची में भी कई ख़ामिया रही हैं, लोगों की आशंका में दम है। हमसे भी किसी ने जाति की गणना में पूछा तक नहीं। सरकार ने हड़बड़ी में इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत है। बिहार के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से 36 प्रतिशत के साथ ईबीसी सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद ओबीसी 27.13 प्रतिशत हैं।