Edited By Nitika, Updated: 27 Mar, 2023 04:25 PM

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने विधानसभा में बिहार विनियोग विधेयक पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को नोबल पुरस्कार मिले। श्रीकृष्ण बाबू के बाद नीतीश कुमार ने सबसे ज्यादा काम किया लेकिन सरकार से अनुरोध कुछ सुधार की गुंजाइश है।
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने विधानसभा में बिहार विनियोग विधेयक पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को नोबल पुरस्कार मिले। श्रीकृष्ण बाबू के बाद नीतीश कुमार ने सबसे ज्यादा काम किया लेकिन सरकार से अनुरोध कुछ सुधार की गुंजाइश है। आरक्षण आयुक्त पद विलोपित हो गया, जिसे फिर से शुरू करने की जरुरत है।
जीतनराम मांझी ने कहा कि गरीब छात्राओं को कॉलजों में उच्च शिक्षा में मुफ्त दी जाए। साथ ही वोकेशनल एजुकेशन में भी सबंधित सुझाव मिले। 2014-15 के अनुसार ही फिर से योजना शुरू की जाए। भूदान अधिशेष की जमीन का पैमाना जारी किया जाए। 2015 में मुहिम शुरू की गई थी। अभियान दखल देहानी की मुहीम शुरू की जाए। पैमाना का खटियान दिया गया लेकिन कब्जा नहीं दिलाया गया। खगड़ियां में जमीन विवाद के चलते 80 मुसहरों का घर जला दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार जमीन खरीदकर भी दे सकती हैं। 3 डिसमिल जमीन रहने लायक नहीं है। 5 डिसमिल जमीन दी जाए।
वहीं पूर्व सीएम ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के आधार पर बेल दिया जाता हैं लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती है। विशेष एसपी, एससी-एसटी आयोग के लिए बहाल किया जाए। एससी-एसटी की पुलिस बहाली में लम्बाई को 152 सेमी. रखा जाए।