Edited By Ramanjot, Updated: 20 Mar, 2025 10:28 AM

प्रशांत किशोर ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में आगामी पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए जन सुराज के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जनसुराज की ओर से अध्यक्ष पद के लिए दिवेश दीनू उम्मीदवार होंगे। इसके साथ ही उपाध्यक्ष पद...
पटना: जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने आरोप लगाया कि पटना विश्वविद्यालय (Patna University) के गिरते शैक्षणिक स्तर एवं उसकी दुर्दशा के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों जिम्मेदार हैं।
प्रशांत किशोर ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में आगामी पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए जन सुराज के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जनसुराज की ओर से अध्यक्ष पद के लिए दिवेश दीनू उम्मीदवार होंगे। इसके साथ ही उपाध्यक्ष पद के लिए मो. दानिश वसीम (रुहान), संयुक्त सचिव पद के लिए अनु कुमारी, जनरल सेक्रेटरी पद के लिए ऋतंभना रॉय और कोषाध्यक्ष पद के लिए बृजेश कुमार उम्मीदवार होंगे।
"पटना विश्वविद्यालय का शैक्षणिक स्तर पूरी तरह चरमरा गया"
किशोर ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय के गिरते शैक्षणिक स्तर और दुर्दशा के लिए नीतीश और भाजपा दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि 15-20 साल पहले पटना विश्वविद्यालय से छात्र सीधे आएएस, आईएपीएस के लिए चयनित होते थे, लेकिन आज पटना विश्वविद्यालय का शैक्षणिक स्तर पूरी तरह चरमरा गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं बनाया और नीतीश कुमार भी हमेशा भाजपा से मंत्री पद और अपनी पार्टी के लिए सीटों के लिए मोलभाव करते रहे। उन्होंने गठबंधन के लिए कभी भी पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की शर्त नहीं रखी और न ही राज्य सरकार ने पटना विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए कोई ठोस कदम उठाया। परिणाम है कि इस बार जनता दल यूनाईटेड (जदयू) को छात्र संघ चुनाव में कोई उम्मीदवार तक नहीं मिले। इसलिए पटना विश्वविद्यालय की दुर्दशा के लिए नीतीश कुमार और भाजपा दोनों ही जिम्मेदार हैं।