Edited By Swati Sharma, Updated: 07 Nov, 2024 02:29 PM
बिहार में सारण जिले के दो सैंड आटिर्स्ट ने सरयू नदी के किनारे बिहार कोकिला दिवंगत शारदा सिन्हा की छवि को बालू की रेत से उकेरकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। जिला मुख्यालय छपरा के दक्षिणी हिस्से में सरयू नदी के किनारे सैंड आटिर्स्ट अशोक कुमार और...
छपरा: बिहार में सारण जिले के दो सैंड आटिर्स्ट ने सरयू नदी के किनारे बिहार कोकिला दिवंगत शारदा सिन्हा की छवि को बालू की रेत से उकेरकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। जिला मुख्यालय छपरा के दक्षिणी हिस्से में सरयू नदी के किनारे सैंड आटिर्स्ट अशोक कुमार और सोनू के सफेद बालू से स्वर कोकिला स्व. शारदा सिन्हा की चित्र बनाने की जानकारी मिलने पर हजारों लोग उक्त स्थल पर पहुंचे और दोनों कलाकारों द्वारा बनाई गईं चित्र की सराहना की।
सैंड आटिर्स्ट अशोक कुमार ने बताया कि वह उड़ीसा के प्रसिद्ध सैंड आटिर्स्ट सुदर्शन पटनायक से प्रेरणा लेकर किसी भी अवसर पर सफेद बालू से सरयू नदी के तट पर चित्र बनाया करते हैं। उन्होंने बताया कि सारण जिला प्रशासन द्वारा उसकी सेवा गोताखोर के रूप में भी ली जाती है। नदी के तट के समीप घर होने के कारण उन्होंने सैकड़ों लोगों को नदी में डूबने से भी बचाया गया है।
अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें इस बात का दुख है कि सैकड़ों लोगों को पानी में डूबने से बचाना वाला वह खुद अपने सगे भाई को मौके पर नहीं रहने के कारण बचा नहीं सका। सारण जिले के मशहूर अंतराष्ट्रीय कलाकार मेंहदी शा को स्थानीय गुरु मानने वाले अशोक कुमार की चर्चा अब सारण जिले के बाहर भी उसके बेहतरीन कलाकारी को लेकर हो रही है।