Edited By Nitika, Updated: 03 Mar, 2021 11:38 AM
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत एवं लगनशीलता से जदयू बिहार में मजबूती से काम कर रहा है।
भागलपुरः जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत एवं लगनशीलता से जदयू बिहार में मजबूती से काम कर रहा है।
आरसीपी सिंह ने जिला कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'हमारे नेता नीतीश कुमार के निरंतर प्रयास से राज्य के होते विकास को देखकर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का समूह दूसरे दलो को छोड़ जदयू में विश्वास जता रहा है। यही पार्टी की सार्थकता है। उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार की तुलना करते हुए कहा कि पहले बेटियां घर से नहीं निकल पाती थी। उसके परिजनों को शंका रहती थी कि वह वापस घर लौटेगी या नहीं। आज सभी क्षेत्र में बेटियां आगे है, चाहे नौकरी हो या स्थानीय निकाय का चुनाव हो। स्नातक पास होने पर 50 हजार और इंटर पास होने पर 25 हजार रुपए की राशि नीतीश सरकार उन्हें दे रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अपराध तो समाज में होंगे, किस व्यक्ति के मन में क्या चल रहा हैयह कोई मशीन नहीं बता सकती। आपसी रंजिश के व्यक्तिगत, संपत्ति एवं पारिवारिक विवाद समेत कई कारण होते हैं। इन्हीं कारणों से हत्याएं भी होती हैं लेकिन सरकार का कर्तव्य है कि घटना घटित होने के बाद अपराधी को सजा दिलाए और जांच सही तरीके से करवाए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया है और इसके एक भी उदाहरण नहीं मिल सकते हैं लेकिन लालू प्रसाद यादव की सरकार में मुख्यमंत्री आवास से ही संरक्षण मिलता था। अपहरण उद्योग भी पनपा था। अपराधी घटना को अंजाम देते है लेकिन आज प्रशासन-शासन का खौफ है।
आरसीपी सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता को चाहिए कि जमीन की खरीद-बिक्री जांच परख कर करें। विवादित जमीन न खरीदें। लोग कम कीमत के कारण लोभ में आकर खरीद लेते हैं। राज्य में जमीनों की कीमत में बेतहाशा इजाफा हुआ है तो विवाद भी बढ़ा है। सावधान रहने पर यह विवाद नहीं होगा तो अपराध में भी कमी आएगी। समाज में भाईचारा, कौमी एकता और सौहार्दपूर्ण माहौल कायम करना ही नीतीश सरकार का मकसद है।
जदयू अध्यक्ष ने राजद एवं प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस प्रदेश का मुख्यमंत्री कम से कम स्नातक तो होना ही चाहिए। उन्हें पांच-सात साल लगेंगे मैट्रिक, इंटर और स्नातक उत्तीर्ण होने में, उसके बाद वह मुख्यमंत्री बनने का सपना देखे तो बेहतर है।