Edited By Ramanjot, Updated: 16 Jun, 2024 10:01 AM
दरअसल, इस पवित्र पर्व के दौरान गंगा स्नान को धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व दिया जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस प्रकार, गंगा दशहरा के अवसर पर उत्तर वाहिनी गंगा में...
भागलपुर: गंगा दशहरा के पर्व पर उत्तर वाहिनी गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व है। इसी के चलते आज भागलपुर के सुल्तानगंज अजगैबीनाथ घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। बिहार और झारखंड के हजारों श्रद्धालुओं ने अजगैबीनाथ घाट पर पवित्र गंगा में स्नान किया। वहीं लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
दरअसल, इस पवित्र पर्व के दौरान गंगा स्नान को धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व दिया जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस प्रकार, गंगा दशहरा के अवसर पर उत्तर वाहिनी गंगा में स्नान का महत्व धार्मिक, आध्यात्मिक, और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
बता दें कि गंगा दशहरा ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह गंगा नदी के पृथ्वी पर अवतरण का दिन है। इस दिन गंगा के तट पर भव्य मेले, पूजा-अर्चना और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में डुबकी लगाने के साथ-साथ, वे गंगा आरती, दीपदान और गंगा की पूजा भी करते हैं। वहीं बिहार में पटना के निकट स्थित गंगा का तट और झारखंड में साहिबगंज का क्षेत्र, भागलपुर के सुल्तानगंज (अजगैबीनाथ धाम) कहलगांव के बटेश्वर धाम, सहित उत्तर वाहिनी गंगा के कुछ प्रमुख स्थल हैं जहां श्रद्धालु गंगा दशहरा के दिन स्नान करने के लिए आते हैं।